इनकी उपेक्षा ने जनऔषधि केंद्रों को बना दिया बीमार

बस्ती:जनऔषधिकेंद्रोंतकजरूरतमंदपहुंचनहींपारहेहैं।केंद्रोंपरकितनेप्रकारकीदवाएंमिलेंगी,इसकीसूचीभीशासननेजारीकीहै।लेकिनकेंद्रोंपरसूचीकेअनुसारदवाएंनहींमिलपारहीहैं।

चिकित्सकदवाएंबाहरीलिखतेहैं।रहीबातजिम्मेदारोंकीतोजनऔषधिकेंद्रोंसेमुंहमोड़लिया।नतीजतनयहकेंद्रबीमारहोतेजारहेहैं।केंद्रोंकानिरीक्षणकरनेअधिकारीजातेहीनहीं।

जिलाअस्पताल,महिलाअस्पतालऔरमहर्षिवशिष्ठचिकित्साइकाईओपेकचिकित्सालयकैलीमेंबनेजनऔषधिकेंद्रउपेक्षाकेशिकारहोगएहैं।इनकेंद्रोंपर800प्रकारकीदवाएंरखनेकीअनिवार्यताहैलेकनउपलब्धता100सेडेढ़सौतकहीहै।सर्जिकलउपकरणकिसी-किसीकेंद्रपरशून्यहै।कैलीजनऔषधिकेंद्रपरएकसालपहलेतत्कालीनपूर्वजिलाधिकारीडा.राजशेखरऔरपिछलेमहीनेजिलाधिकारीआशुतोषनिरंजननिरीक्षणकरनेगएथे।इसकाअसरयहरहाकुछदिनोंतककेंद्रकीव्यवस्थाठीकरही।