नईदिल्ली[रणविजयसिंह]। राजधानीदिल्लीमेंकोरोनाकेकारणहालातज्यादाबिगड़गएहैं।ज्यादातरबड़ेसरकारीवसभीनिजीअस्पतालोंकेआइसीयूमेंवेंटिलेटरभरचुकेहैं।ऑक्सीजनबेडकीकमीपड़गईहै।इसवजहसेमरीजोंकोअस्पतालोंमेंबेडनहींमिलपारहेहैं।दिल्लीकोरोनाएपकेअनुसारभीदिल्लीकेअस्पतालोंमें90.6फीसदवेंटिलेटरवबगैरवेंटिलेटरवालेआक्सीजनयुक्त82.42फीसदआइसीयूबेडभरचुकेहैं।महज9.4फीसदवेंटिलेटरव17.58फीसदबगैरवेंटिलेटरवालेआइसीयूबेडखालीहै।दिल्लीअस्पतालोंमेंकोरोनाकेइलाजकेलिएअभी13,091बेडकीव्यवस्थाहै।जिसमेंसे63.75फीसदबेडभरचुकेहैं।सिर्फ36.25फीसदबेडहीखालीबचेहैं।
इससेपहलेरविवारकोदिल्लीसरकारकेस्वास्थ्यविभागने14निजीअस्पतालोंकोपूरीतरहकोरोनाअस्पतालघोषितकरदियाहै।इसकेअलावासरकारीअस्पतालोंमेंभीबेडबढ़ानेकाआदेशदियागयाहैऔर18हजारबेडकीव्यवस्थाकरनेकीबातकहीगईथी।
वहीं,मौजूदापरिस्थितिकोदेखतेहुएडाक्टरकहतेहैंकिअगलेदो-तीनदिनोंमें18हजारबेडकीव्यवस्थाहोभीगईतोभीबेडकमपड़ेंगे,क्योंकिजिसतरह13हजारसेज्यादानएमामलेआनेलगेहैंयदिअगलेकुछदिनोंतकयहीस्थितिरहीतो18हजारबेडभीकमपड़जाएंगे।
इंडियनमेडिकलएसोसिएशनकेवित्तसचिवडॉ.अनिलगोयलनेकहाहैकिजिसतरहसेमामलेबढ़रहेहैंउससेअस्पतालोंमें25हजारबेडबढ़ानेकीजरूरतहै।इसमेंभीऑक्सीजनबेडअधिकबढ़ाएजानेकीजरूरतहै,क्योंकिबहुतमरीजोंकोऑक्सीजनकीजरूरतहोरहीहै।
यहहैफिलहालदिल्लीकीस्थिति