हरीश रावत : कांग्रेस के यूथ विंग से लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तक का सफर

नैनीताल,जागरणसंवाददाता:उत्तराखंडमेंकांग्रेसकीराजनीतिकाकिस्सास्व.एनडीतिवारीकेबादहरीशरावतकेबिनाअधूराहोगा।कांग्रेसकेयूथव‍िंगसेहोतेराजनीतिकीमुख्यधारामेंखुदकोस्थापितकरनेवालेहरीशरावतताउम्रकांग्रेसीहीरहे।समयकेसाथकांग्रेसनेभीउनकेकदऔरपदकामानरखा।उत्तराखंडकेलोगउन्हेंहरदानामसेपुकरातेहैं।हरदायानीबड़ाभाई।मौकाहैउत्तराखंडमेंविधानसभाचुनावका,ऐसेमेंचलिएजानतेहैंकिकैसेछात्रराजनीतिसेनिकलकरहरदानेसंघर्षोंकीबदौलतउत्तराखंडकीराजनीतिमेंखुदकोस्थापितकिया।

पारिवारिकपृष्ठिभूमि

ब्रिटिशहुकूमतसेआजादीकेठीकचारमाहपहले27अप्रैल1947कोउत्तराखंडकेअल्मोड़ाजिलेकेमाेहनारीगांवमेंहरीशरावतकाजन्मएकराजपूतपरिवारमेंहुआ।उनकेपिताकानामराजेन्द्रसिंहऔरमांकानामदेवकीदेवीहै।उनकीशादीरेणुकारावतसेहुईहै।उन्हेंदोबच्चेहैं-आनंदरावतऔरअनुपमारावत।आनंदरावतसामजिककार्योंमेंसक्रियहोनेकेसाथहीराजनीतिमेंभीसक्रियहैं।जबकिअनुपमारावतसाफ्टवेयरइंजीनियरहोनेकेसाथसामाजिककार्योंमेंभीलगीरहतीहैं।

छात्रराजनीतिसेसियासीसफर

हरीशरावतकापरिवारखेती-किसानीसेजुड़ाहुआपरिवारथा।आजादीकेआंदोलनकेदौरानऔरबादमेंउन्होंनेअल्मोड़ाजिलेकेभिकियासैंणऔरसल्टमेंराजनीतिकोकरीबसेदेखा।राजनीतिकवातावरणमिलनेकेकारणहीराजनीतिमेेंउनकीसहजअभिरुचिबढ़गई।जिलेमें12वींतककीशिक्षाहासिलकरनेकेबादवेउच्चाशिक्षाकेलिएलखनऊचलेगए।लखनऊविविसेहीउन्होंनेबीएकिया,उसकेबादवहींसेएलएलबीकिए।इसदौरानवहकांग्रेसकीयूथविंगसेजुड़ेरहे।अपनेगृहजनपदमेंलौटेतोब्लाकस्तरपरकांग्रेसकीराजनीतिशुरूकी।ब्लाकअध्यक्षबने।इसकेबादजिलाध्यक्षबने।जिसकेबादयुवाकांग्रेसमेंलंबेसमयतककईपदोंकोसुशोभितकिया।

लोकसभाचुनावोंमेंहरीशरावत

जनतापार्टीकीसरकारमेंफैलीअस्थिरताकेबाद1980मेंहुए7वींलोकसभाकेचुनावमेंअल्मोड़-पिथौरागढ़सीटसेपहलीबारहरीशरावतसंसदपहुंचे।पहलाचुनावजीतनेकेसाथहीउन्हेंकेन्द्रीयकैबिनेटमेंजगहमिलीऔरलेबरएंडएंम्प्लयमेंटमेंकेन्द्रीयराज्यमंत्रीबने।अल्मोड़ासीटसेवेलगातारतीनबारसांसदचुनेगए।फिर1991कीरामलहरमेंहरदाकेहारकीशुरुआतहुईऔरलगातारचारचुनावहारे।2004मेंअल्मोड़ासीटसेउनकीपत्नीभीचुनावहारगईं।2009मेंहरिद्वारआकरउन्होंनेफिरसेजीतकीशुरुआतकीऔरसांसदबने।हरिद्वारसेही2014मेंउनकीपत्नीरेणुकारावतबड़ेअंतरसेपूर्वमुख्यमंत्रीनिशंकसेचुनावहारगईं।इसकेबाद2019मेंउन्होंनेनैनीताल-यूएसनगरसीटसेलोकसभाकाचुनावलड़ा,जिसमेंउन्हेंभाजपाकेअजयभट्टसेकरारीहारमिली।

बतौरसीएमबनीरहीराजनीतिकअस्थिरता

2012मेंजबविधानसभाकाचुनावहुआ,तोकांग्रेससत्तामेंआईऔरविजयबहुगुणाउत्तराखंडकेमुख्यमंत्रीबने।विजयबहुगुणाभीदोसालहीपदपररहपाए।उनकेबादबादहरीशरावतकोकांग्रेसनेउत्तराखंडकामुख्यमंत्रीबनाया।दोसालदोमहीनेतकमुख्यमंत्रीबनेरहनेकेबादविधायकोंकेबगावतकेबादउत्तराखंडमेंराष्ट्रपतिशासनलगादियागया।25दिनकेराष्ट्रपतिशासनकेबाद21अप्रैल2016कोएकबारफिरहरीशरावतमहजएकदिनकेलिएमुख्यमंत्रीबने।उसकेबाद19दिनकाराष्ट्रपतिशासनलगादियागया।तमामराजनैतिकउठापटककेबादहरीशरावत11मई2016से18मार्च2017यानीकिएकसालसेकमवक्तकेलिएफिरमुख्यमंत्रीबने।2017केविसचुनावमेंहरीशरावतहरिद्वारग्रामीणऔरकिच्छादोनोंसीटसेचुनावहारगए।

हरीशरावतकीसबसेबड़ीहार

2019केचुनावमेंराजनीतिकपंडितउत्तराखंडकीजिसअकेलीसीटपरकांग्रेसकीजीतकाअनुमानलगारहेथे,उसमेंकांग्रेसकीसबसेबड़ीहारहुई।पार्टीकेसबसेबड़ेनेताहरीशरावतकोनैनीतालसीटपरतीनलाखउन्तालिसहजारसेभीज्यादामतोंसेहारकासामनाकरनापड़ा।रावतकेराजनीतिककरिअरकीयहअबतककीसबसेबड़ीहारथीऔरइसचुनावमेंउत्तराखंडकीपांचोंसीटोंपरवेसबसेज्यादाअंतरसेपराजितहुए।इसकेपहलेहरीशरावतसीएमरहते2017विसचुनावकेदौरानहरिद्वारग्रामीणऔरकिच्छादोनोंसीटसेचुनावहारगएथे।लेकिनहरीशरावतजितनीबारचुनावहारेअगलीउतनीहीताकतसेजनताकेबीचसामनेआए।

उत्तराखंडकांग्रेसकेपहलउपाध्यक्ष

सन2000मेंउत्तरप्रदेशसेअलगहोकरउत्तराखंडराज्यअस्तित्वमेंआयातोकांग्रेसनेहरीशरावतकोप्रदेशकापहलाअध्यक्षबनाया।उनकीअगुवाईमें2002काकांग्रेसनेविधानसभाचुनावलड़ा।उसचुनावमेंकांग्रेसनेबहुमतसाबितकिया।लेकिनतबकांग्रेसनेहरीशरावतकोसीएमबनानेकीबजाएएनडीतिवारीकोमुख्यमंत्रीबनादिया।उत्तराखंडमेंवहीएकचुनावहुआजबकिसीमुख्यमंत्रीनेअपनाकार्यक्रालपूराकिया।