कुरुक्षेत्र,जागरणसंवाददाता। होलीकाआयुर्वेदकीदृष्टिसेबहुतअधिकमहत्वहै।शिशिरऋतुकेअंतऔरवसंतऋतुकेआगमनपरहोनेवालेहोलीत्योहारकेबादसूर्यकातेजबढ़नेलगताहै।समिता(आयुर्वेदकीपुस्तिका)मेंहोलीकाआयुर्वेदिकमहत्वदियागयाहै।कहागयाहैकिशीतकालमेंजमाकफहोलीकीगर्मीमिलतेहीबाहरनिकलनेलगताहै।प्राकृतिकरंगोंकाप्रयोगकरनेसेशारीरिकविकारदूरहोजातेहैं।अभिज्ञानशकुंतलम,वात्सायनकामसूत्र,रघुवंश,मालविकाग्निमित्रमवभविष्यउत्तरपुराणमेंहोलीकेव्यापकमहत्वकावर्णनकियाहै।
ऐसेतैयारकियाजाताहैरंग
प्राचीनकालमेंहोलीकेप्राकृतिकरंगबनतेथे।इसमेंकेसरकेरंगोंकाप्रयोगहोताथा।टेसूकेफूलोंकोपीसकररंगऔरअबीरतैयारहोताथा।होलीगीतमेंभीइसकाउल्लेखमिलताहै।जबऋतुमेंबदलावहोताहैतबमानवशरीरमेंभीअचानकबदलावहोनेलगतेहैं।लोगाेंनेखुदभीमहसूसकियाहोगाकिहोलीपरखुदशरीरमौसमकेअनुसारअपनेआपकोढालनेलगताहै।जिससेआनेवालेबदलावोंकेकारणभीहोतेहैं।इसलिएऋषियोंनेअपनेज्ञानऔरअनुभवसेमौसमपरिवर्तनसेहोनेवालेबुरेप्रभावोंकोजानाऔरहोलीपरऐसेउपायबताएं।जिससेशरीरकोरोगोंसेबचायाजासकें।
स्योसंरस्थितआयुर्वेदिकडिस्पेंसरीकेएएमओडा.शुभमगर्गनेबतायाकिहोलीपरकैमिकलवालेरंगोंकाप्रयोगनहींकरनाचाहिए।ऐसेरंगत्वचाकोनुकसानपहुंचासकतेहैं।इसलिएहमेंप्राकृतिकरंगोंकाहीप्रयोगकरनाचाहिए।उधमऔरमस्तीमेंकभी-कभीबड़ानुकसानभीहोजाताहैऐसेमेंलोगोंकोखुदहीसावधानीबरतनीचाहिए।
रोगाणुओंकोनष्टकरताहैअग्निकाताप
स्फूर्तिऔरस्वास्थ्यकीदृष्टिसेहोलीउत्सवकोदेखाजाताहै।होलीदहनपरआगजलाना,अग्निपरिक्रमा,गानावखेलनाशामिलकिएगएहैं।अग्निकातापजहांरोगाणुओंकोनष्टकरताहै,वहींखेलकूदकीअन्यक्रियाएंशरीरमेंजड़तानहींआनेदेती।इससेकफदोषदूरहोजातेहैं।शरीरकीऊर्जाऔरस्फूर्तिकायमरहतीहै।शरीरस्वस्थरहताहैऔरस्वस्थशरीरहोनेपरमनकेभावभीबदलतेहैं।मनउमंगसेभरजाताहैऔरनईकामनाएंपैदाकरताहै।इसलिएबसंतऋतुकोमोहकमादकऔरकामप्रधानऋतुमानाजाताहै।
खान-पानमेंरखेंसावधानी
इनदिनोंहमेंगेहूं,चावलवपुरानेअन्नकोखानाचाहिए।मूंगकीदालभीखासकतेहैं।
-कषायपकटुकासेवनकरनाचाहिए
-शहदकोअपनेखानपानमेंशामिलकरसकतेहैं।
-ठंडेपदार्थोंकोनहींखानाचाहिए।
-इसऋतुमेंहमेंनित्यव्यायाम,चंदन,केसरऔरअग्रुकीमालिशशरीरपरकरनाचाहिएऔरगरमपानीकेगरारेभीकरनाचाहिए
-आंखोंमें सुरमालगानाचाहिएऔरवमनकाप्रयोगभीकरनाचाहिए