हिंदी को थोपना राज्यों पर नृशंस हमला : सिद्धरमैया

बेंगलुरु,तीनजून(भाषा)कांग्रेसनेताएवंकर्नाटककेपूर्वमुख्यमंत्रीसिद्धरमैयानेराष्ट्रीयशिक्षानीतिकेमसौदेमेंतीनभाषाओंकेफार्मूलेकासोमवारकोजबर्दस्तविरोधकिया।हालांकिइसफॉर्मूलेकोअबहटालियागयाहै।उन्होंनेकहाकिहिंदीभाषाकोथोपनाऔरकुछनहींबल्किराज्योंपर“नृशंसहमला”है।सिद्धरमैयानेकहा,“हमारीरायकेखिलाफकुछभीनहींकियाजानाचाहिए।तीनभाषाओंकीकोईजरूरतनहींहै।अंग्रेजीएवंकन्नड़पहलेसेहैं...वेकाफीहैं।कन्नड़हमारीमातृभाषाहै,इसलिएप्रमुखताकन्नड़कोदीजानीचाहिए।”मैसुरुमेंउन्होंनेसंवाददाताओंसेयहभीकहाकिकर्नाटककेजल,भूमिएवंभाषाकेमुद्देपरकोईसमझौतानहींहोगा।सिद्धरमैयानेइसबातपरजोरदेतेहुएकिहिंदीकोजबरनलागूकिएजानेकाकोईप्रयासनहींकियाजानाचाहिएकहा,“अगरवेतीनभाषाकीनीतिबनारहेहैंतोयहजबरनलागूकरनेजैसाहोगा।”उन्होंनेकहा,“क्याहमनेहिंदीकीमांगकी।अगरयहहमारीसहमतिकेबिनाकियाजाएगातोयहजबरनहोगा।यहएकतरफाफैसलाहोगा।हमभीविरोधकरेंगे।”हालांकिआक्रोशकेबीचकेंद्रनेगैरहिंदीभाषीराज्योंमेंहिंदीपढ़ानेकोअनिवार्यबनानेवालेविवादास्पदप्रावधानकोहटालियाहैऔरशिक्षानीतिपरसंशोधितमसौदाजारीकिया।