गरीबी उन्मूलन : हुनर सीखने और बांटने की मुहिम से नतमस्तक हुई गरीबी

अरविदसिंह/उपेंद्रमौर्य,अंबेडकरनगर:महिलाओंऔरबेटियोंकोआत्मनिर्भरबनानेमेंमालतीकीअनूठीपहलकेआगेगरीबीनतमस्तकहोनेलगीहै।गरीबीसेजंगमेंमालतीनेकारवांतैयारकियाहै।हुनरसीखनेकेसाथइसेबांटनेकीखासकड़ीमेंअभीतकइलाकेकीकरीब200बेटियांऔरमहिलाएंशामिलहोचुकीहैं।

भीटीब्लॉककेगांवसेहराजलालपुरकीमालतीनिषादपिछलेपांचसालसेमहिलाओंकोआत्मनिर्भरबनानेकेलिएस्वरोजगारकीचेनकोमजबूतकरनेमेंजुटीहैं।उनकीकाबिलियतऔरकामयाबीकीचर्चाअबजुबानपरहै।आसपासकेगांवोंमेंशायदहीऐसाकोईघरहोगाजहांमालतीकीमुहिमनहींपहुंची।

कोरोनामहामारीमेंस्वरोजगारकीमहत्ताकोसमझकरलोगआत्मनिर्भरबननेकेलिएकदमबढ़ारहेहैं।वहींमालतीवर्ष2015सेहीयहमुहिमशुरूकरचुकीथीं।करीब40बेटियोंकोयहांनिश्शुल्कसिलाई-कढ़ाईकाप्रशिक्षणदेनेकेसाथआत्मनिर्भरताकीमुहिमशुरूकीथी।मालतीनेअभीतककुलमिलाकर200बेटियोंकोप्रशिक्षणदियाहै।प्रशिक्षणलेकरबेटियांएवंमहिलाएंखुदकास्वरोजगारकररहीहैं।आत्मनिर्भरबनीइनबेटियोंऔरमहिलाओंनेमालतीसेसिलाई-कढ़ाईकाहुनरसीखाऔरअबऔरोंकोभीआत्मनिर्भरबनानेकीकलासिखारहीहैं।मालतीकीसफलताकोदेखकरप्रेरितमहिलाओंऔरबेटियोंनेआत्मनिर्भरबननेऔरबनानेकेलिएकदमबढ़ायातोस्वरोजगारकायहकारवांबढ़ताजारहाहै।

बेटियोंकीजुबानीसफलताकीकहानी:मालतीसेसिलाई-कढ़ाईकाहुनरसीखनेकेबादसफलताकीओरकदमबढ़ाचुकीबेटियोंवमहिलाओंनेकहाकिमहंगाईकेदौरमेंपरिवारकीजीविकाचलानेमेंहमभीआर्थिकमदददेनेमेंभागीदारबनरहेहैं।इससेआत्मसंतोषऔरघरकीचौखटकेबाहरभीहमेंपहचानमिलीहै।प्रशिक्षितबेटियांअबअपनेघरपरहीसिलाईकेरोजगारमेंलगगईहैं।चंद्रपुरकीकिरणनिषाद,आरती,जलालपुरसेहराकीशीला,नीरजतिवारी,निशा,मनीषायादव,मुकुंदीपुरकीउपासनातिवारी,खुशबू,श्रद्धासुमन,मोनीभारती,बारीडीहकीरेखा,केवटाहीकीभारती,सुखाईपुरकीनीलूआदिनेखुददुकानघरपरखोलीहै।फिलहालमालतीकेसिलाईसेंटरमेंकुल30बेटियांऔरमहिलाएंप्रशिक्षणलेनेआतीहैं।मालतीनेअपनेसिलाईसेंटरकानामदुर्गावतीदियाहै।बतायाकिबेटियोंकोमौकामिलेतोपीछेनहींरहेंगी।