आगरा,जागरणसंवाददाता।रविवारआठमईकोगंगासप्तमिकापर्वहै।ज्योतिषाचार्यडॉशाेनूमेहरोत्राकेअनुसारवैशाखमासकेशुक्लपक्षकीसप्तमीकोमांगंगाकाअवतरणहुआथा।गंगासप्तमीवैशाखमासशुक्लपक्षकोमनाईजाएगी।7मईशनिवारकोदोपहर2:56बजेसेसप्तमीतिथिलगजाएगी।सप्तमीकासमापन8मईरविवारशाम5:00बजेहोगा।इसीदिनपूजाकीजाएगी।
पूजाऔरपवित्रनदीस्नानकामुहूर्तसुबह10:57मिनटदोपहरसे2:38मिनटतकरहेगा।इसदिनबड़ीसंख्यामेंलोगगंगातटपरपहुंचतेहैंऔरपूजा-अर्चनाकरतेहैं।मान्यताहैकिइसदिनगंगामेंस्नानकरनेसेरोगदूरहोतेहैं।गंगासप्तमीअपनेआपमेंएकस्व-पूर्तिकादिनहोनेकेकारणसभीकार्योंकोकरनेकेलिएएकशुभदिनमानाजाताहै।
होताहैवास्तुदोषकाभीनिवारण
शास्त्रोंमेंलिखाहैकिगंगासप्तमीकेदिनचांदीयास्टीलकेबर्तनमेंगंगाजलभरकरभगवानशिवकाअभिषेककरनेसेमनचाहाफलमिलताहै।इसदिनवास्तुदोषकरनेकाभीविधानहै।इसदिनघर-कार्यालयमेंगंगाजलकेछिड़कावसेसकारात्मकऊर्जाआतीहैऔरसभीवास्तुदोषदूरहोजातेहैं।
गंगाकीउत्पत्तिकादिन
गंगासप्तमीकोगंगाकीउत्पत्तिकादिनमानाजाताहै,क्योंकिइसीदिनमहर्षिजह्नुनेगंगाकोअपनेदाहिनेकानसेपृथ्वीपरछोड़ाथा।कहाजाताहैकिमहर्षिजाह्नुनेगंगाकेकोपसेक्रोधितहोकरअपनीतपस्यासेइसेपीलियाऔरबादमेंइसेमुक्तकरदिया।तभीसेगंगाकानामजाह्नवीपड़ा।लोगोंकामाननाहैकिगंगाजीभगवानकेचरणकमलोंसेनिकलीहैं,इसलिएमहानपापीउनकेआचमनसेशुद्धहोजातेहैं।इसदिनगंगास्नानआदि,अन्नऔरवस्त्रदान,जप-तप-पूजाऔरव्रतकियाजाताहै,तोसभीपापोंकानाशहोताहै।