महराजगंज:गायोंकोशास्त्रोंमेंधरा(पृथ्वी)कादूसरारूपमानागयाहै।यहभीकहागयाहैकिजब-जबधरापरपापबढ़ताहै,तब-तबप्रभुकिसीनकिसीरूपमेंधराकाभारउतारनेअवतरितहोहीजातेहैं।आजभीसैकड़ोंकीसंख्यामेंबेसहारागोवंशीयपशुसड़कोंपरलाचारवनिसहायघूमनेकोमजबूरहैं।यहआजकेकृष्णअनुयायियोंकेलिएजहांभक्तिशाखासेविमुखहोनेकीनिशानीकोदर्शारहाहै,वहींपशुओंकेप्रतिमानवीयसंवेदनाकामखौलभीबनाहुआहै।हालांकिशासननेबेसहारापशुओंकेआश्रयहेतुजिलेमेंविभिन्नस्थानोंपरआवश्यकताकेअनुसारगौशालानिर्माणकरायाहै,औरकराभीरहीहै।महराजगंजनिचलौलतहसीलक्षेत्रकेमधवलियामेंतोपूर्वांचलकेसबसेबड़ेगोसदनकाभीनिर्माणकरायागयाहै।यहांबेसहारापशुओंकोपहुंचानेकेलिएबाकायदाजिलाप्रशासननेनगरोंवग्रामोंकोपत्रजारीकरतेहुएनिर्देशदियाहुआहै।इसकेबावजूदजिलेमेंनगरोंसेलेकरगांवोंतक,सड़कोंसेलेकरखेतोंतकसमस्यागंभीरबनीहुईहै।रविवारकोपुलिसलाइनकेपासएकगायअपनीबछियाकेसाथअसहायबैठीमिली।जिलापशुचिकित्साधिकारीराजीवउपाध्यायकाकहनाहैकिबेसहारापशुओंकोपकड़गोसदनभेजनेमेंलापरवाहीबरतनेपरजिम्मेदारोंकेखिलाफकार्रवाईकीजाएगी।