गांव जैट में डग बैल, फिर भी ग्रामीण पेयजल को तरसे

संवादसहयोगी,बसोहली:जिसगांवसेकईगांवोंकोपानीकीसप्लाईहोतीहो,उसगांवमेंअगरपानीकीकिल्लतहोतोसुननेमेंभलेहीअटपटालगे,मगरयहहकीकतहैकिइसगांवकोपानीकीसप्लाईकेलियेपाइपलाइनतकनहींबिछाईगईहै।

गांवकेपूर्वसरपंचचमैलसिंह,यसवंतसिंह,मुनीरअहमद,कमलसिंहआदिनेबतायाकिजैटगांवमेंपीएचईविभागनेलगभग15वर्षपूर्वएकडगबैललगायाऔरउससेपानीनिकलनेपरपानीकीलाइनसीधेपलाखपंचायतकोदेदी।जैटगांवकेनालेसेपानीनिकलाऔरपानीकीकिल्लतपंचायतपलाखकीपूरीकी।जैटगांवकीअनदेखीकरजल्दहीसारीकार्रवाईकरदीगईऔरगांवमेंआजतकपानीकीकिल्लतबरकरारहै।गांवकेलोगआजभीप्राकृतिकपानीकेस्रोतोंपरपानीभरते,नहातेऔरकपड़ेधोतेदेखेजासकतेहैं।उन्होंनेकहाकिकईगांवोंमेंहैंडपंपभीलगे,मगरसड़कसेदूरहोनेकेकारणयहांपरकोईहैंडपंपभीनहींलगसकता,जिससेलोगमोटरलगाकरअपनेअपनेमुहल्लेकीपानीकीकिल्लतकोदूरकरपाते।उनकाकहनाहैकिसरकारीअनदेखीकेचलतेगांवआजभीपिछड़ारहगया।भलेहीबसोहलीमहानपुरसड़कपरस्थितहै,मगरयहांपरहरचीजकीसुविधानहींहै।

गांवकेलोगोंनेगरनोलनालेमेंबोरकरउनकेगांवकीपानीकीकिल्लतकोदेरकरनेकीमांगकीहै।उधर,पीचईविभागकेएईईहरीषशर्मानेकहाकिगांवकादौराकरलोगोंकीमांगकोदेखतेहुएप्लानबनाएंगे।