एथलेटिक्स का नहीं होता अभ्यास, खिलाड़ी निराश

बलरामपुर:जिलेमेंप्रतिवर्षएथलेटिक्सप्रतियोगिताओंकाआयोजनकियाजाताहै।जिसमेंपरिषदीयवमाध्यमिकस्कूलोंकेखिलाड़ीदौड़,कूदवफेंकप्रतियोगिताओंमेंहिस्सालेतेहैं।बावजूदइसकेस्टेडियममेंइनखेलोंकेलिएसंसाधनवप्रशिक्षककीतैनातीनहींहै।जिससेयहांकीखेलप्रतिभाएंउच्चस्तरीयप्रतियोगिताओंमेंप्रतिभागकरनेसेवंचितरहजातीहैं।जबकिसरकारीनौकरियोंमेंशारीरिकपरीक्षाउत्तीर्णकरनेमेंभीयेखेलमददगारहैं।ऐसेमेंयुवाओंकेभविष्यकानिर्धारणकरनेवालेखेलसेहीखिलवाड़कियाजारहाहै।जिससेखिलाड़ियोंमेंकुंठाकीभावनापनपरहीहै।खिलाड़ियोंकेबोल:

-रोहितपांडेयकाकहनाहैकिस्टेडियममेंपहलेएथलेटिक्सकाअभ्यासहोताथाजिसमेंसौमीटरव200मीटरकीदौड़केलिएअलग-अलगट्रैकबनेथे।अबइसकीसुविधानहोनेसेखिलाड़ीअपनीक्षमताकाआंकलननहींकरपारहेहैं।ऋषभकाकहनाहैकिभालाफेंकवगोलाफेंककेअभ्यासकेलिएसंसाधनहैऔरनहीइसकीतकनीकीजानकारीदेनेकेलिएकोईप्रशिक्षकहै।जिससेजिलास्तरीयप्रतियोगिताओंमेंखिलाड़ीबिनाअभ्यासकेहीमैदानमेंउतरनेकोमजबूरहैं।सत्यवीर¨सहकाकहनाहैकिलंबीकूद,ऊंचीकूदवट्रिपलजंपकेलिएयहांकोईइंतजामनहींहै।जिससेअभ्याससेवंचितखिलाड़ियोंकोमैदानमेंमुंहकीखानीपड़तीहै।जावेदखानकाकहनाहैकिपुलिस,सेना,रेलमहकमे,आबकारीसमेतविभिन्नसेवाओंमेंहोनेवालीशारीरिकपरीक्षाको¨चगकरनेमेंएथलेटिक्सकाअहमयोगदानहोताहैऐसेमेंयहांनियमितएथलेटिक्सकाअभ्यासनहोनेसेयुवाअपनेभविष्यकीनींवतकमजबूतनहींकरपारहेहैं।जिम्मेदारकेबोल:

-जिलाधिकारीक्रीड़ाअधिकारीएमएचचौधरीकाकहनाहैकिदौड़काअभ्यासकरनेकेलिएपर्याप्तमैदानहै।समय-समयपरयहांखेलकूदप्रतियोगिताएंभीहोतीरहतीहैं।लंबीकूद,ऊंचीकूद,चक्रक्षेपणवभालाफेंककेलिएसंसाधनवकोचकीतैनातीकेलिएखेलनिदेशालयकोपत्रलिखागयाहै।खेलप्रेमीवखिलाड़ीअपनीरायहमेंलिखें

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