रायबरेली:बारिशकीहरबूंदकोसहेजाजासकेइसकेलिएतालाब,पोखरोंऔरजलाशयोंकानिर्माणकरायागया।देखरेखकेअभावमेंदिनोंदिनइनकीदशाबिगड़तीगई।पानीसेलबालबरहनेवालेतालाबगर्मीआनेसेपहलेहीसूखनेलगे।इन्हेंभरवानेकाफरमानजरूरहरसालजारीहोताहै,लेकिनसिर्फकागजोंपरहीरहकरहोजाताहै।हकीकतमेंइनमेंपानीकीजगहझाड़ियांउगीहैं।सफाईनहींहोनेकेकारणबारिशमेंपानीभीनहींभरपाताहै।इसकेचलतेप्यासबुझानेकेलिएमवेशीइधर-उधरभटकरहेहैं।ऐसेमेंयदितालाबोंकोभरनेकेलिएपहलनहींकीगईतोआनेवालेदिनोंमेंमुश्किलेंऔरबढ़नीतयहै।
डलमऊतहसीलक्षेत्रसरकारीअभिलेखमें48आदर्शऔर275सामान्यतालाबहैं।वर्तमानमें80प्रतिशततालाबस्वयंहीप्यासेहैं।40फीसदतालाबसाफ-सफाईकेअभावमेंजंगलीखरपतवारकीगिरफ्तमेंहैं।जिसकेकारणतालाबोंतकपहुंचनाभीकठिनहै।आदर्शतालाबोंपरगौरकियाजाएतोलगभग60फीसदतालाबऐसेस्थानोंपरबनाएगएहै।जहांउनकीउपयोगिताशून्यहै।इनकेनिर्माणमेंकरोड़ोंरुपयेपानीकीतरहबहायागया।इसकालाभभलेहीलोगोंकोनमिले,लेकिनबजटकावारा-न्याराजरूरकरदियागया।खंडविकासअधिकारीप्रवीणकुमारनेबतायाकिअभीतालाबोंकेलिएकोईयोजनानहींहै।यदिउच्चाधिकारियोंकेद्वारानिर्देशवबजटमिलेगातोतालाबोंमेंपानीभरायाजाएगा।