दस साल में सूख गए तालाब, पोखर और कुंड

जागरणसंवाददाता,मथुरा:गोपेश्वरनाथअकेलेव्यक्तिनहींहैं,जोतीससालपहलेतकतालाबगलीकेतालाब,बलभद्रकुंडऔरशिवतालमेंगोतालगाकरनहाएहैं।चतुर्वेदीसमाजकेबहुतसेयुवाऐसेहीकुंडोंऔरतालाबोंमेंछलांगलगातेहुएबड़ेहुएहैं।झींगुरपुराकेमोहनऔरयमुनापारकेजग्गीकोभीपोखरोंमेंडुबकीअभीतकयादहै।अबबदलीदिनचर्या,भागदौड़औररेडीमेडसंस्कृतिनेइन्हेंजकड़जरूरलियाहै,परप्राकृतिकजलस्त्रोतोंकेपानीकीमहकऔरउनकेखनिजोंकासेवनवेआजभीकरनाचाहतेहैं,परआजकुंड,तालाब,पोखरऔरकुआंअतीतकेदामनमेंसिमटचुकेहैं।

बारिशकीकमी,कंकरीटमेंवृद्धिऔरजलवायुपरिवर्तनसेप्राकृतिकजलस्त्रोतडिस्टर्बक्याहुए,आबादीनेजलस्त्रोतोंकोहमेशाकेलिएबंदकरदेनेमेंकोईगुरेजनहींकिया।अबशहरमेंकुंडऔरतालाबगिने-चुनेहैंऔरजोहैं,वेयातोगंदेपानीकीपोखरहैंअथवापत्थरकालिबासओढ़ेपानीकीआसमेंटकटकीलगाएहुएहैं।

मथुरा-वृंदावनमेंकुंड,तालाबऔरपोखरपिछलेदससालमेंगायबहीहोगए।जोहैं,वेअपनेनामकेअनुरूपप्राकृतिकजलस्त्रोतोंकाकारकनहींरहे।औरतोऔरकुआंभीसूखचुकेहैं।घाटकिनाराहोअथवाराजकीयसंग्रहालयकेपासकाकुआंयाफिरबाग-बगीचियोंकेकुआंयाफिरगली-मुहल्लोंके।

श्रीकृष्णजन्मस्थानकेपासकापोतराकुंडकादोदशकसेज्यादासमयपहलेजीर्णोद्धारहोचुकाहै।इसमेंकुछसीढ़यिोंतकपानीहै,लेकिनकाईयुक्तहै।यहनबढ़ताहैऔरनहीघटताहै।इसमेंसीढ़यिोंपरबनीबैठकेंपानीकेअभावमेंदर्शनीयनहींरही।यहपरकोटेमेंबंदहैऔरदूरसेदेखनेलायकहीबचाहै।लेकिनधन्यहोश्रीकृष्णजन्मस्थानसेवासस्थान,जोइसकीदेखरेखपरपैसाखर्चकररहाहैऔरइसकेसौंदर्यकोबचाएहुएहै।सरस्वतीकुंडतोइसक्षेत्रमेंदिखताहीनहींहै।बलभद्रकुंडकीभीयहीहालतहैतोशिवतालकौनसाअछूताबचाहै।महाविद्याकुंडकेजीर्णोद्धारपरपर्यटनविभागनेसालोंपहले95लाखकाखर्चकिया,परइसमेंपानीनहींहै।यहखेलकामैदानबनाहुआहै।

होलीगेटअंदरतालाबवालीगलीकातालाबजरूरहै,इसमेंकाफीगहराईकापानीहुआकरताथा,परअबयहभीदेखनेऔरसुननेलायकहीरहगयाहै।यमुनाकिनारेसतीबुर्ज,श्यामघाट,बंगालीघाट,स्वामीघाट,असकुंडाऔरउससेआगेकेकुआंहैंतोसही,परइनकीउपयोगिताअबनहींबची।कईसूखगएहैंतोतमामयमुनाकेप्रदूषितपानीकीवजहसेइनकाजलस्त्रोतभीप्रदूषितहोचुकाहै।बगीचियोंकेकुआंभीएकाधहीपानीपीनेलायकबचेहैं।पोखरोंकाभीयहीहालहै।पन्नापोखरहोअथवादूसरीपोखरें,अतिक्रमणऔरअवैधकब्जोंनेइन्हेंखत्मकरदियाहै।स्टेटबैंककेपीछेकीपोखरकोकृष्णानामदेकरउप्रब्रजतीर्थविकासपरिषदनेइसेसंवारनेकाजिम्मालियाहै,लेकिनआसपासकीगंदगीकेलिएड्रेनेजसिस्टमबनेबिनाउसकाउद्धारशायदहीहोपाए।