संवादसूत्र,साच:ग्रामपंचायतद्रम्मणसेओड़ातकसंकरेमार्गपरचालकजानजोखिममेंडालकरवाहनचलानेकोमजबूरहैं।करीबचारकिलोमीटरसड़ककानिर्माणदसवर्षपहलेकियागयाथा,लेकिनअभीतकमार्गपरकोलतारनहींबिछाईगईहैऔरनहीइसेचौड़ाकियागयाहै।इसकारणचालकोंकोवाहनोंकोपासदेनेमेंदिक्कतहोरहीहै।मार्गपरहरदिनद्रम्मण,खजियार,ओड़ावसाचपंचायतकेलोगआवाजाहीकरतेहैं,जिन्हेंपरेशानीकासामनाकरनापड़ताहै।लोगकईबारसड़ककीमरम्मतकरवानेकेलिएलोकनिर्माणविभागसेमांगकरचुकेहैं,लेकिनअभीतककोईकार्रवाईनहींकीगईहै।स्थानीयनिवासियोंमेंऔड़ापंचायतप्रधानदर्शन,रविकुमार,विनोदकुमार,सन्नी,अनूपकुमारनेकहाकिखजियारजानेकेलिएयहमार्गबहुतछोटाहै,इसलिएलोगइसीमार्गसेआवाजाहीकरनाउचितसमझतेहैं।लेकिनसड़ककीनियमितरूपसेमरम्मतनहोनेसेबड़े-बड़ेगड्ढेपड़गएहैं,इससेवाहनोंकेकलपुर्जेभीखराबहोरहेहैं।मार्गपरकईस्थानोंपरडंगेटूटगएहैं।बारिशकेबादकईदिनतकवाहनोंकीआवाजाहीनहींहोतीहै।उन्होंनेलोकनिर्माणविभागसेजल्दमार्गकोचौड़ाकरनेवइसकीहालतसुधारनेकीमांगकीहै,ताकिपरेशानीसेनिजातमिलसके।