दफ्तर में पेंशन नहीं, मिलती है निराशा

जागरणसंवाददाता,फीरोजाबाद:गांवमेंझोंपड़ीडालकरपतिकेसाथरहरही68सालकीसुसरानीदाने-दानेकोमोहताजहैं।एकसालपहलेतकवहसमाजवादीपेंशनकेसहारेजीवनगुजाररहीथीं।हरमहीने500रुपयेकीमददमिलनाअबबंदहोगई।वृद्धासियासीदांवपेचनहींसमझती।मंगलवारकोवहपेंशनबंदहोनेकाकारणजाननेविकासभवनपहुंची।यहांसमाजकल्याणविभागकीकर्मचारीनेजबयहबतायाकिअम्माअबपेंशनबंदहोगईहैतोसुसरानीकेचेहरेपरनिराशाकेभावआगए।वहकरीब30किलोमीटरकासफरतयकरकेआईंथीं।

येकिस्साअकेलीसुसरानीकानहींहै,बल्किउनजैसीहजारोंमहिलाएंहैंजोसमाजवादीपेंशनबंदहोनेसेपरेशानहैं।विकासभवनस्थितसमाजकल्याणविभागमेंप्रतिदिनदर्जनोंमहिलाएंएवंबुजुर्गपहुंचतेहैं।अधिकांशकीशिकायतएकहीहोतीहै,औरवोयेकिउनकीपेंशनबंदहोगईहै।खातेमेंकईमहीनोंसेपैसेनहींआएहैं।कर्मचारीजबउन्हेंयेबतातेहैंकिअबपेंशननहींआएगीतोउनकेचेहरेपरबदलेहुएभावउनकीपरेशानीकोजाहिरकरदेतेहैं।

मंगलवारकोतहसीलोंमेंसंपूर्णसमाधानदिवसकाआयोजनहुआथा,इसकेबादभीसमाजकल्याणएवंप्रोबेशनविभागमेंकईबुजुर्गमहिलाएंएवंपुरुषपहुंचे।जिलेमें55हजार726गरीबोंकोसमाजवादीपेंशनमिलतीथी।हालांकिइनमेंकुछअपात्रभीथे,लेकिन50हजारलाभार्थीसर्वेमेंवाकईजरूरतमंदपाएगएहैं।येसभीपेंशनकेलिएपरेशानहैं।इनकेसामनेबड़ाआर्थिकसंकटखड़ाहोगयाहै।हजारोंगरीबहरमहीनेसमाजकल्याणविभागमेंइसीउम्मीदमेंपहुंचतेहैंकिशायदपेंशनफिरसेशुरूहोगईहोयासरकारनेउनकेलिएनईयोजनालागूकीहोतोवेउसकालाभलेसकें,लेकिनउनकाइंतजारलंबाहोताजारहाहै।सरकारनेअबतकउनकीसुधनहींलीहै।

-समाजवादीपेंशनबंदहुए10महीनेहोगएहैं।500रुपयेसेखाने,पीनेकासामानखरीदलेतीथी।अबबहुतपरेशानीहोरहीहै।

कंठश्री,अंबेडकरनगर

पहलेसमाजवादीपेंशनमिलतीथी,कर्मचारीबतारहेहैंकिअबयहबंदहोगईहै।क्याकरूंअबविधवापेंशनकेलिएफॉर्मभरूंगी।

शीलादेवी,नगलाकरन¨सह

-कईमहीनेहोगएपेंशननहींआई।बैंककेकईचक्करलगाएलेकिनकोईफायदानहींहुआ।यहांआईतोबतारहेहैंकिपेंशनबंदहोगईहै।

नन्नीबेगम,बारहबीघा

सावनमें1500रुपयेखातेमेंआएथे।इसकेबादपेंशनआनाबंदहोगई।मजबूरीमेंअबविधवापेंशनयोजनाकेलिएआवेदनकरदियाहै।

मुन्नीदेवी,हाथीवालीगली,आसफाबाद।