धार्मिक सौहार्द की मिसाल: हुबली के एक ही पंडाल में मुहर्रम और गणेश चतुर्थी

हुबलीदेशमेंइनदिनोंगणेशोत्सवकीधूमहैऔरमंगलवारकोमुहर्रमकामातमभीइसीबीचकियागया।ऐसेमेंधार्मिकसौहार्दकीएकमिसालहुबलीमेंदेखनेकोमिली।यहांकेएकपंडालमेंगणेशचतुर्थीऔरमुहर्रमएकसाथमनायाजारहाहै।हिंदूऔरमुस्लिम,दोनोंसमुदायोंकेलोगएकहीछतकेनीचेपहुंचरहेहैं।हुबलीकेएकगांवमेंस्थानीयनिवासीमोहम्मदनेबतायाहैकिलोगइसकेजरिएधार्मिकसौहार्दकासंदेशदेनाचाहतेहैं।उनकाकहनाहैकिमौजूदासमयमेंयहकाफीजरूरीहै।इसपंडालमेंगणेशचतुर्थीऔरमुहर्रमदोनोंकीतैयारियांकीगईहैं।दोनोंसमुदायकेलोगएकहीछतकेनीचेप्रार्थनाकरनेपहुंचरहेहैं।साथमेंमनातेहैंसारेत्योहारपंडालमेंप्रार्थनाकरनेआएएकस्थानीयनागरिकनेबताया,'करीब4000लोगइसगांवमेंहैंऔरहमसबसौहार्दकेसाथरहतेहैं।यहांसमुदायएकसाथकामकरतेहैं।'स्थानीयलोगोंकेमुताबिकइसगांवमेंसभीत्योहारएकसाथमनाएजातेहैं,चाहेहोलीहो,दिवालीयाईद।एकअन्यस्थानीयरेश्मानेबताया,'हमगांवमेंभाई-बहनकीतरहरहतेहैंऔरसभीत्योहारसाथमेंमनातेहैं।'तेलंगाना:अरवापल्लीगांवमेंगणेशप्रतिमाऔरमुहर्रमअलमएकदूसरेकेबगलमेंस्थापितकिएगए