देहरादून,[जेएनएन]:डॉल्फिनपीजीइंस्टीट्यूटमेंड्रैगनफ्लाईकेमहत्वपरबुधवारकोतीनदिवसीयसम्मेलनशुरूहुआ।सम्मेलनकाशुभारंभआइसीएफआरईकेउपमहानिदेशक-जैवविविधताऔरजलवायुपरिवर्तनडॉ.वीआरएसरावत,संस्थानकेचेयरमैनअरविंदगुप्ता,डीआरडीओकेपूर्वनिदेशकडॉ.विजयवीरनेकिया।
उन्होंनेकहाकिकार्बनउत्सर्जनकेकारणआजग्लोबलवार्मिंगकागंभीरसंकटमुंहखोलेखड़ाहै।विकसितदेशविकासशीलदेशोंपरअधिककार्बनउत्सर्जनकाआरोपलगाकरउन्हेंउसकीकटौतीकीसलाहदेरहेहैं।जबकि,अमेरिका,रूस,जर्मनी,फ्रांसऔरचीनजैसेविकसितदेशअत्यधिककार्बनउत्सर्जनकरतेहैं।उन्होंनेबतायाकिकीटपतंगोंकेअध्ययनकेदौरानपायागयाकिअन्यकीटोंकेमुकाबलेयेमानवजीवनकोअत्यधिकप्रभावितकरतेहैं।
जैवपारिस्थितिकीजलवायुपरिवर्तनऔरपर्यावरणकेलिएफायदेमंदभीहैंऔरसंकेतकभीहैं।सम्मेलनकेसंयोजकडॉ.अरुणकुमारनेइसकेमहत्वकोरेखांकितकिया।उन्होंनेबतायाकिड्रैगनफ्लाईनसिर्फ डेंगू,मलेरियाऔरअन्यहानिकारकबीमारियोंकोफैलानेवालेमच्छरोंकोखाजातेहैं,बल्कियेपानीमेंअपनालार्वाभीछोड़तेहैंऔरयहहानिकारकमच्छरोंकेलार्वाकोखाजाताहै।सम्मेलनमेंकई वैज्ञानिकोंऔरशोधार्थियोंनेअपनेशोध-पत्रप्रस्तुतकिए।
इसअवसरपरडॉ.अरुणकुमारकीबायोविब्लियोग्राफीकाभीलोकार्पणकियागया।इंडियनडैगनफ्लाईसोसाइटीकीओरसेभारतीयओडोनाटोलॉजिस्टकेयोगदानकोमान्यतादेनेकेलिएतीनवैज्ञानिकोंकोसम्मानितकियागया।ओरेशनअवार्ड डॉ.अरुणकुमार,लाइफटाइमअचीवमेंटअवार्डडॉ.मनुथॉमसऔरयंगसाइंटिस्टअवार्डकलावंतीमोकारिआकोदियागया।आयोजनसचिवडॉ.बीनाजोशीभट्टनेबतायाकिसभीप्रतिभागीअगलेदोदिनतकअलग-अलगफील्डविजिटकरेंगे।
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