..¨चता ना करें, बिटिया की फी मैं भर दूंगी

रोहतास।अबबेटियोंकीशिक्षाकाबोझकेवलपिताहीनहीं,बल्किमाताएंभीउठारहीहैं।इसकीप्रेरणाबेटीबचाओ-बेटीपढ़ाओअभियानसेमिली।महिलाओंकामाननाहैकिइससेउनकीबेटियोंमेंशिक्षाकेप्रतिज्यादाललकपैदाहोगीऔरबड़ीहोकरवेनईपीढ़ीकोशिक्षितबनानेमेंअपनीभूमिकासमझेंगी।संझौलीकीशोभाऐसीहीएकमांहैं।पंजाबमेंमजदूरीकररहेपतिकोउन्होंनेआश्वस्तकियाकिअबवेबेटीकीपढ़ाईकेखर्चसेनि¨श्चतरहें।शोभाकेइसआश्वासनकाआधारजीविकासमूहहै।शोभाकेसाथसंझौलीप्रखंडकीतकरीबनतीनदर्जनमहिलाएंबेटियोंकेपठन-पाठनकाखर्चउठारहीहैं।

संझौलीप्रखंडमेंजीविकाकी581समूहसेजुड़ीछहहजारमहिलाएंआजअपनेपरिवारकीआर्थिकसशक्तीकरणकोसंबलबनानेकीओरअग्रसरहैं।पट्टे(नकदी)परखेतीवछोटे-छोटेव्यवसायकोअपनाकरघरकीमालीहालतकोमजबूतीप्रदानकररहीहैं।प्रखंडमें3083महिलाएंपहलीबारपट्टेपरखेतलेकरएकनईअध्यायकीशुरुआतकीहै।वहीं331महिलाएंछोटे-छोटेव्यवसायकोअपनाकरनईइबारतलिखरहीहैं।कैथीमेंगायत्रीसमूह,उदयपुरमेंमुंडेश्वरीवउदयादेवीसमूहऔरराजाडीहकीलक्ष्मीवरानीसमूहकीमहिलाओंनेतोआर्थिकसशक्तीकरणकाइबारतलिखअलगनजीरपेशकीहैं।उदयपुरकीसूर्यकांतिदेवीटेंपोखरीदचलवारहीहैं,तोरामावतीदेवीपशुपालनसेघरकीआमदनीकोबढ़ारहीहैं।उदयपुरकीसामुदायिकउत्प्रेरकउर्मिलादेवीकहतीहैं,जीविकासेहमाराजीवनस्तरऊंचाहुआहै।अबवेघरकाखर्चतोउठातीहीहैं,बच्चोंकीपढ़ाईकाफीभीभरतीहैं।यहगौरवकीबातहैकिखुदमुख्यमंत्रीनीतीशकुमारद्वारायहांकीजीविकासेजुड़ीमहिलाओंकेकार्योंकीसराहनाकीगईथी।

संझौलीकीशोभाकहतीहैंकिउनकेपतिलुधियानामेंकामकरतेहैं।फोनकरबिटियाकाट्यूशनकाफीसजमाहोनेकापूछतेहैं,मैंभीआत्मविश्वासकेसाथजवाबदेतीहूंकिआप¨चतानाकरें,बिटियाकाफीजमाहोगया।यहसिर्फशोभाकीदास्तांनहीं।मनोरमा,स्वाति,निर्मलासमेतअन्यअपनीकमाईसेबेटा-बेटीकोसासारामवपटनामेंपढ़ारहीहैं।पूराखर्चवहनकरतीहैं।पूर्वबीडीसीवजीविकासेजुड़ीलतादेवी,मुन्नीदेवीबतातीहैंकिविषमसोचकेबीचमहिलाओंमेंजागरूकतालानाआसाननहींथा।डेढ़वर्षकेभीतरप्रखंडमेंदोबारआएमुख्यमंत्रीद्वाराजीविकासमूहकीमहिलाओंद्वाराकिएगएकार्योंकीसराहनावसमय-समयपरजागरूकतासेइनकीसोचबदलीहै।आजपट्टेपरखेती,किरानादुकान,सिलाईसेंटर,अगरबत्तीबनानेजैसेछोटेछोटेउद्योगोंकोअपनाकरमहिलाएंस्वालंबनकीओरबढ़ीहैं।तभीतोवेखुदसेघरचलारहीहैं।जीविकाकेबीपीएमरविकिशोरप्रसादबतातेहैंकिजनवरीतककुल550समूहकोबैंकसेजोड़दियागयाहै।करीबछ:हजारमहिलाएंविभिन्नप्रकारकेस्वरोजगारसेजुड़आर्थिकसशक्तीकरणकोमजबूतीदेरहीहैं।शौचालयबनवापेशकीथीनजीर:

प्रखंडमेंकुल61सौबनेशौचालयमें1966शौचालयजीविकाकीमहिलाओंनेबनवायाथा।यहांकीमहिलाओंकास्वच्छभारतअभियानमेंअहमयोगदाननहींहोतातोमात्र55दिनोंमेंसंझौलीखुलेमेंशौचसेमुक्तनहींहुआहोता।कहतेहैंअधिकारी:

स्वच्छभारतअभियानमेंजीविकाकेमाध्यमसेशौचालयनिर्माणबिहारकापहलाप्रयोगथा।जोनसिर्फसफलरहाबल्किसंझौलीकीमहिलाओंनेएकअलगइतिहासरचदिया।आर्थिकसशक्तीकरणकोलेवहांकीमहिलाएंएकउदाहरणबनगईहैं।