बठिंडा के राजेंद्र ने साइकिल से 32 वर्ष में पांच लाख 80 हजार किलोमीटर का किया सफर

जागरणसंवाददाता,हल्द्वानी: पेट्रोलियमपदार्थोंकीबढ़तीकीमतोंकेबीचसाइकिलसेसफरकरनेकीबातहोरहीहै।वहींसाइकिलसेदेशकेप्रमुखतीर्थस्थलोंकाभ्रमणकरनेवालेबठिंडा,पंजाबकेराजेंद्रगुप्तानैनीतालजिलेमेंपहुंचेहैं।राजेंद्रनेबतायाकिवहबीते32सालसेसाइकिलसेदेशभ्रमणकररहेहैं।देशकेसभीप्रमुखतीर्थोंकाभ्रमणकरनैनीतालपहुंचेराजेन्‍द्रनेअपनाअनुभवबयानकिया।

पंजाबप्रांतकेजिलामुख्यालयबठिंडामेंपीपलवालामंदिरमें62वर्षीयराजेंद्रगुप्ताकानिवासहै।जिसमेंउन्होंनेदेशभ्रमणकोअपनाध्येयबनारखाहै।हल्द्वानीजागरणकार्यालयपहुंचेराजेंद्रगुप्तानेबतायाकिवहपहलीबारसन1989मेंसाइकिलसेगंगोत्रीकेलिएनिकलेथे।

उसकेबादसेउनकायहसफरलगातारजारीहै।जिसमेंवहचारधामयात्रा,जम्मूकश्मीरमेंवैष्णोदेवी,अमरनाथयात्राकेअतिरिक्तदेशकेअन्यप्रमुखतीर्थस्थलोंपरघूमतेरहतेहैं।जिसमेंवहअबतककुलपांचलाख80हजारकिमीसेअधिककासफरतयकरचुकेहैं।लोगोंमेंशांतिवसद्भावनाकीअपीलकेसाथवहसाइकिलभ्रमणमेंलगेहुएहैं।बतायाकिनैनीतालमेंनैनादेवीकादर्शनकरनेकेबादवहहरिद्वारजाएंगे।

अबतक68साइकिलकरचुकेहैंप्रयोग

यात्रापरनिकलेराजेंद्रगुप्तानेबतायाकिअबतकवह68साइकिलकाप्रयोगकरचुकेहैं।जिसमेंउनकेपरिचितलोगअक्सरनईसाइकिलभेंटकरतेहैं।जिससेउनकीयात्रालगातारजारीहै।पुरानीसाइकिलकेबारेमेंबतायाकिउसेबेचदेतेहैंयाकिसीजरूरतमंदकोदेदेतेहैं।

साइकिलयात्रासेमिलास्वास्थ्य

साइकिलयात्राकेचलतेराजेंद्रगुप्ताकोस्वास्थ्यलाभमिलाहै।जिसकाअसरहैकिवहबहुतकमबीमारपड़तेहैं।साइकिलयात्रासेवहफिटबनेहुएहैं।वृद्धावस्थाकेबादभीसाइकिलयात्रासबसेसुखदवआसानबनीहुईहै।