ब्राह्मणों को एकसूत्र में बांधने का प्रयास

जागरणसंवाददाता,आसनसोल:ब्राह्मणोंकोएकसूत्रमेंबांधनेकेलिएराजस्थानकेझुंझनुलोहार्गलधामसेनिकलीश्रीपरशुरामयात्रागुरुवारकोआसनसोलपहुंची।जीटीरोडस्थितमहावीरस्थानमेंआसनसोलमहावीरस्थानसेवासमितिकीओरसेइसयात्राकास्वागतकियागया।यहयात्रा5मार्च2017कोशुरूहुईथी।ब्रह्मपरशुरामअखाड़ाकेअध्यक्षसहविश्वब्राह्मणमहापरिषदकेअंतरराष्ट्रीयकार्यवाहकअध्यक्षआचार्यराजेश्वरजीमहाराजनेमंदिरमेंआसनसोलकेब्राह्मणसमाजकेसाथबैठककी।उन्होंनेकहाकिपरशुरामजीभगवाननारायणकेछठेअवतारहैं।यात्राकाउद्देश्यलोगोंकोपरशुरामजीकेजीवनसेपरिचितकरानाहै।उनकेजीवनकोलेकरलोगोंकेबीचतरह-तरहकीभ्रांतियांहैं।श्रीपरशुरामकोलोगक्रोधीऔरक्षत्रियविहीनकेरूपमेंजानतेहैजोपूरीतरहसेसत्यनहींहैं।वास्तविकतायहहैकिवेएकसौम्यऋषिहैऔरधर्मकीस्थापनाकेलिएहीपरशुरामबनेहैं।वेदपढ़नाऔरपढ़ानाउनकाकामहैं।चारोंवेदकेज्ञाताऋषिजोधनुषकोपीछेरखतेहोभलावेक्रोधीकैसेहोसकतेहैं।

एकलाख11किमीकीदूरीतयहोगी

आसनसोल:राजेश्वरजीमहाराजनेकहाकियात्राकीशुरुआत5मार्च2017कोहुईइसकासमापनहरियाणाकेकुरुक्षेत्रहोतेहुएनईदिल्लीमेंहोगा।इसदौरानएकलाख11हजारकिमी.कीदूरीतयकीजाएगीजोसड़कमार्गसेतयकीजानेवालीराष्ट्रमेंअबतककीसबसेलंबीदूरीहैं।अबतक14जिलोंकी48हजारकिलोमीटरसेअधिककीयात्रापूरीकीजाचुकीहैजोदेशकीसबसेलंबीयात्राहैं।गिनीजऔरलिम्काव‌र्ल्डबुकरिकॉर्डमेंयहयात्रादर्जहोनेजारहीहैजोब्राह्मणोंकेलिएगर्वकीबातहैं।विदेशोंमेंभीयात्रानिकालनेकीतैयारीकीजारहीहैं।नेपाल,भूटानऔरमॉरीशसमेंयात्राकीतैयारीहोचुकीहै।चौदहअन्यदेशोंसेभीआमंत्रणआचुकाहैं।कहाकिदेशमें11करोड़ब्राह्मणहैजिन्हेंयात्राकेमाध्यमसेसंगठितकियाजारहाहैं।यहब्राह्मणोंकीओरसेनिकालीगईअबतककीपहलीयात्राहैजहांदेशकेअलगअलगहिस्सोंमेंरहनेवालेब्राह्मणोंकोएकमंचकेनीचेलायाजारहाहैं।एकहेल्पलाइननम्बरजारीकीजाएगीजिससेब्राह्मणएक-दूसरेकेसम्पर्कमेंआसकेंगे।मौकेपरसमितिकेसचिवसहआसनसोलब्राह्मणयुवामंचकेअरुणशर्मा,जगदीशशर्मा,सुभाषपारीक,रविशर्मा,गोविदशर्मा,शंभूनाथझा,तुलसीतिवारी,प्रमोदपाठकआदिमौजूदथे।