बॉटम: श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार स्थल का भवन जर्जर

सरायतरीन:नगरसेसटीउपनगरीसरायतरीनमेंस्थितश्मशानघाटकेभवनकीजर्जरहालतहैं।आयेदिनश्मशानघाटपरस्थितअंतिमसंस्कारस्थलकीछतसेईटकेटुकड़ेटूटकरगिरतेरहतेहै।ऐसेमेंवहांपरजानेवालेलोगोंकेमनमेंगाजियाबादकेमुरादनगरकीघटनाकौंधजातीहै।वैसेइसहादसेकेबादशासनसेलेकरप्रशासनतककीओरसेमामलेमेंकार्रवाईकेनिर्देशदेतेहुएकुछअधिकारियोंपरकार्रवाईभीकीगईथी।वैसेसरायतरीनमेंस्थितश्मशानघाटकीहालतठीकनहींहै।जर्जरश्मशानघाटकाभवनहादसेकोदावतदेरहाहैं।क्योंकिश्मशानघाटकीछतकाफीजर्जरहोचुकीहैं।यहांपरसरायतरीन,हल्लूसराय,चौधरीसरायसमेतकईअन्यगांववमोहल्लोंकेलोगोंकाअंतिमकियाजाताहै।इतनाहीनहींअनदेखीकेकारणइसश्मशानघाटकारास्ताभीबेहदखराबहै,जिससेअंतिमयात्रामेंशामिललोगोंकोकाफीदिक्कतोंकासामनाकरनापड़ताहै।मालूमहोकिसरायतरीनसेसटेगांवसुल्तानपुरबुजर्गमेंवर्षोंपूर्वलोगोंनेएकजुटहोकरअंत्येष्टिकेलिएश्मशानघाटकानिर्माणकरवायाथा।समय-समयपरलोगोंकेसहयोगसेश्मशानघाटपरकाफीव्यवस्थाएंपूर्णहोचुकीथी।वर्षोपहलेबनेइसश्मशानघाटकेपरिसरमेंबनेअंत्येष्टिस्थलकीछतसेअबनिर्माणसामग्रीहटनेलगीहैऔरसाथहीपूराभवनजर्जरहालतमेंहै।वहीबरसातकेदौरानअंतिमयात्रामेंशामिललोगोंकोकाफीदुश्वारियोंकासामनाकरनापड़ताहै।वहजैसेतैसेश्मशानघाटतकपहुंचतेहै।इसदौरानहादसेकीसंभावनाबनीरहतीहै।अंग्रजोंकेजमानेकाबनाश्मशानघाटहैं।इसकीछतसेआएदिनसीमेंटवईंटकेटुकड़ेगिरतेरहतेहैं,इससेहादसेकाअंदेशाबनारहताहैं।कईबारपालिकाप्रशासनसेशिकायतकीहैं,लेकिनसुनवाईनहीहुई।

महेंद्रबाबाऔघड़नाथ

यहांपरबनाश्मशानघाटकमसेकम70से80वर्षपुरानाहैं,इसकीहालातकाफीजर्जरहैं।लोगोनेमिलकरपालिकाप्रशासनसेशिकायतकीहैं।अंत्येष्टिस्थलपरहादसेकाअंदेशाबनारहताहैं।मुख्यमंत्रीकोभीपत्रभेजकरइसकेनिर्माणकीमांगकीगईहै।

राजकुमारवर्माअंत्येष्टिस्थलकीछतकाफीजर्जरहालतमेंहै।वहीलोगोंने15सालपहलेचन्दाकरकेअन्यअंत्येष्टिस्थलकानिर्माणकरायाथा।उसकीभीअबहालतखराबहैं।पालिकाप्रशासनइनकीमरम्मतकरादेंनहीतोकभीभीबड़ाहादसाहोसकताहैं।

अमरसिंहयहश्मशानघाटकईदशकपुरानाहैं।लालरंगसेबनाअंत्योष्टिस्थलकीछतकाफीजर्जरहैं,इसकीमरम्मतहोनीचाहिए।नहीतोबड़ाहादसाहोसकताहैं।

राजेन्द्रकुमार