बघाड़ी गांव को आज भी विकास की दरकार

सीतामढ़ी।सुरसंडप्रखंडमुख्यालयसेसटेदक्षिण3किलोमीटरकीदूरीपरस्थितहैबघाड़ीगांव।तकरीबन10हजारकीआबादीवालेइसगांवकोआजभीविकासकीदरकारहै।सड़क,स्वास्थ्य,¨सचाई,बिजलीऔरपरिवहनजैसीमूलभूतसुविधाएंभीलोगोंकोमयस्सरनहींहै।इनतमामसमस्याओंकेबीचलोगखुदकेबलपरबदलावकीदिशामेंआगेबढ़नेकीकोशिशमेंलगेहैं।यहांकीहकीकतसेरूबरूहोनेकेलिएसोमवारकोदैनिकजागरणकेतत्वावधानमेंआयोजितचौपालमेंलोगोंनेबिजली,पानी,स्वास्थ्य,स्टेटबो¨रग,जलनिकासीकेअलावाबेरोजगारीजैसेमुद्दोंपरखुलकरचर्चाकी।लोगोंनेगांवकेविकासकेलिएअलगसेबजटकाप्रावधानकेसाथ-साथपारदर्शिताबनाएरखनेऔरकार्यकोधरातलपरईमानदारीकेसाथउतारनेकीदिशामेंठोसरणनीतिकीबातकही।दलित,महादलित,पिछड़ा,अतिपिछड़ावर्गकेउत्थानकोलेकरलोगोंनेचर्चाकी।भलेहीइसगांवकेनामकीचर्चाजिलेसेप्रखंडतकहोतीहै।लेकिन,हकीकतयहहैकियहनामकेमामलेमेंआगेऔरकामकेमामलेमेंपीछेदिखरहाहै।इसगांवमेंपढ़े-लिखेबेरोजगारोंकीफौजहै।एकचौथाईलोगखेती-मजदूरीपरनिर्भरहैंतोयुवारोजगारकीतलाशमेंदेशकेविभिन्नप्रदेशोंमेंभटकरहेहैं।इक्का-दुक्काहीउच्चपदपरहैं।सरकारीनौकरीमें2फीसदलोगहैं।शिक्षककीसंख्याअधिकहै।मजदूरवर्गकेलोगोंकोनियमितरोजगारनहींमिलरहाहै।खेतीकेलिए¨सचाईकीव्यवस्थानहींहै।गांवमेंनालाकानिर्माणनहींकरायागयाहै।लोगजलनिकासीकीसमस्यासेजूझरहेहैं।हरघरनलजलयोजनाकेतहतविभिन्नवार्डोंमेंकामयुद्धस्तरपरचलरहाहै।लेकिन,स्थितियहहैकिआजभीकईमोहल्लेमेंजानेकेलिएसड़कनहींहै।टूटीऔरजर्जरसड़कहीगांवकीपहचानहै।सरकारीयोजनाओंकेलाभकेलिएभीलोगोंकोप्रखंडकार्यालयकाचक्करलगानापड़ताहै।वृद्धापेंशनयोजनाकेलाभुकराशिभुगतानकेलिएप्रखंडमुख्यालयकाचक्करलगानेकीमजबूरहैं।चौपालमेंबघाड़ीगांवकेसेवानिवृत्तकमिश्नरविमलेशकुमारठाकुरउर्फनुनु,कन्हाईराय,मुकेशचौधरी,प्रवेशठाकुर,सुरेंद्रपंडित,कैलाशराय,गजेंद्रराउत,मनोजपंडित,अरुणपंडित,जितेंद्रपंडित,धनंजयकुमार,सरोजपंडित,ई.प्रसूनकुमार,सुरेशराय,कौशलसाह,अघनुठाकुर,बसंतठाकुर,रेणुदेवी,बालदेवसाह,विमलकुमारसहितदर्जनोंग्रामीणचौपालकार्यक्रममेंशामिलथे।

कहतेहैंग्रामीण:

विमलकुमार:गांवमेंपढ़ेलिखेयुवाओंकीकमीनहींहै।लेकिन,रोजगारकेअभावमेंउसेदूसरेप्रदेशमेंडिग्रीलेकरभटकनापड़ताहै।स्थानीयस्तरपरहीरोजगारक्षेत्रमेंकोईयोजनाबनानीचाहिए।इसकेअलावाकईवार्डोंमेंजलनिकासीसमस्याकेनिदानकोजरूरीबताया।

काशीदास:वैसेतोकुछपरिवर्तनहुआहै,लेकिनअभीभीकईसमस्यामुंहबाएखड़ीहै।सड़क,पानी,बिजलीकेअलावाकमजोरवर्गकेलोगोंकेउत्थानकीदिशामेंठोसप्रयासकीजरूरतहै।गांवमेंबेरोजगारीकेअलावाजलनिकासीकीसमस्याहै।कृषिकेलिएसरकारीस्तरपर¨सचाईकीव्यवस्थानहींहै।

रौशनकुमार:लोगपैसेखर्चकरबच्चोंकोपढ़ातेहैं,लेकिनरोजगारनहींमिलनेसेवहमजबूरनदूसरेप्रदेशमेंनौकरीकरताहैयाकिसीकेयहांमेहनत-मजदूरीकरनेलगतेहैं।सरकारकोगांवस्तरपरभीछोटे-छोटेउद्योगकोबढ़ावादेनाचाहिए।बालदेवसाह:अभीगांवमेंजितनाविकासहोनाचाहिए,उतनानहींहुआहै।अभीसातनिश्चययोजनासेविकासकीबातकहीजारहीहै।गांवमेंदशकोंसेएकउपस्वास्थ्यकेंद्रकीस्थापनाकीमांगहोरहीहै,लेकिनयहसुविधाभीउपलब्धनहींहै।अभीभी10से12घंटेहीबिजलीमिलतीहै।

गांवमेंविकासकार्यजारीहै।अभीमुख्यमंत्रीकेसातनिश्चययोजनाकेतहतहरघरनलसेजलकाकार्यचलरहाहै।इसकेअलावासड़कऔरनालाकोप्राथमिकतामेंरखागयाहै।मनरेगासेभीकार्यहुएहैं।विकासहरहालमेंपहुंचनेकीलिएप्रतिबद्धहै।

पदमराजभारद्वाजउर्फ¨पटू

मुखियाबघाड़ीगांवएकनजरमें:

आबादी-12211,साक्षरतादर50फीसद,पुरुषसाक्षरता-55फीसद,महिलासाक्षरता45फीसद।