बच्चे ढाणी में बैठे-बैठे पढ़ें, शिक्षक ने गिफ्ट किया मोबाइल

संवादसहयोगी,डबवाली:घरसेपढ़ाओअभियानतभीकारगरसाबितहोगा,जबबच्चोंकेहाथमेंएंड्रॉयडमोबाइलहोगा।गांवअबूबशहरकीढाणीगुरुनानकमेंबनीपाठशालामेंकार्यरतशिक्षकसंजीवबिश्नोईनेबच्चोंकोएंड्रॅायडमोबाइलगिफ्टकियाहैजिसकीसहायतासेपांचढाणियोंकेआठबच्चेहररोजलाइवक्लासलगारहेहैं।दरअसल,संजीवबिश्नोईजिसपाठशालामेंकार्यरतहैंवहांपहलीसेपांचवीतक15बच्चोंनेदाखिलालेरखाहै।सभीबच्चेसाथसटीढाणियोंसेताल्लुकरखतेहैं।पाठशालामेंवहएकमात्रशिक्षकहैं।उन्होंनेबच्चोंकोघरबैठेपढ़ानाशुरूकियातोपताचलाकिआकाशदीप,दलजीत,किरणजीत,अकवीर,चंचल,लवप्रीतआदिकेपासएंड्रॉयडफोनहीनहींहै।शिक्षाविभागकेअभियानकोसफलकरनेकेलिएउन्होंनेबाजारसेमोबाइलखरीदा।एकबच्चेकेपरिजनकीआइडीलेकरसिमएक्टिवेटकरवादिया।आठबच्चोंकोएकसाथमोबाइलगिफ्टकिया।उन्हेंवाट्सएपयालाइवकॉलकीजानकारीदी।हररोजशामकोआठोंबच्चेएकस्थानपरइकट्ठेहोतेहैं।शाम5बजेलाइवक्लासलगतीहै।उपरोक्तप्रयासकीबदौलतशिक्षाविभागनेशिक्षकसंजीवप्रशंसापत्रदियाहै।

पाठशालासेकरीबढाईकिलोमीटरकीदूरीपरपांचढाणियांएक-दूसरेसेसटीहुईहैं।ढाणियोंकेआठबच्चोंकेपरिजनसुबहहीदिहाड़ीपरचलेजातेहैं,देरशामकोघरवापसलौटतेहैं।बच्चोंनेसमस्याउसेबताईथी।उनकीपढ़ाईप्रभावितनहो,इसलिएमैंनेएंड्रॉयडमोबाइलखरीदकरदियाहै।अबबच्चोंकोपढऩेमेंकोईपरेशानीनहींहुई।

-संजीवबिश्नोई,जेबीटी,ढाणीगुरुनानकनगरपाठशाला,गांवअबूबशहर।