संवादसूत्र,हंटरगंज:गोसाईडीहबैंकऑफइंडियाशाखालूटकांडनेकईअनुत्तरितसवालउठायेहैं।हालांकिइनकेतरहकेउत्तरगढ़ेजारहेहैं।मगरयहआमलोगोंहजमनहींहोरहेहैं।ऐसेसवालोंपरउनकाकहनाहैकिबैंकप्रबंधनउनपरपर्दादारीकाप्रयासकररहाहै।परिस्थितिजन्यतथ्योंऔरबैंकसीसीटीवीकैमरोंकेफुटेजकेमुताबिकबैंकशाखावारदातकेदिनसुबह9.45बजेखुली,जबकिखुलनेकासमय9.30बजेनिर्धारितहै।बुद्धिजीवियोंऔरसामाजिककार्यकर्ताओंकाकहनाहैकिआखिरकार15मिनटतककिसकाइंतजारकियाजारहाथा?इससंवाददातासेबातचीतकेदौरानसंबंधितशाखाप्रबंधकमृगेन्द्रशेखरकाकहनाथाकिइसवारदातमेंस्थानीयव्यक्तिसाजिशमेंअवश्यशामिलहोगा।इसपरसवालउठायाजारहाहैकिऐसाकिसआधारपरप्रबंधकआशंकाजतारहेहैं?यदिउनकेपासकोईतथ्यहैतोपुलिसकेसमक्षउसकाखुलासानहींकररहेहैं?वहकिसेबचानेकाप्रयासकररहेहैं।हालांकिमंगलवारकोचतराकेपुलिसउपाधीक्षकवरूणरजकनेपूछताछकेलिएसंबंधितशाखाप्रबंधकमृगेन्द्रशेखर,कैशियरकुंदनकुमारऔरकलर्ककुंदनकुमारकोपूछताछकेलिएहंटरगंजथानेपरबुलाया।करीबआधाघंटापूछताछचली।समाचारलिखेजानेतककिन-बिदुओंपरउनसेपूछताछहुईऔरउनसेक्याजानकारीमिली,इसकापतानहींचलपाया?दूसरीओरअबतकइससवालकाकोईआधिकारिकउत्तरनहींमिलपायाहैकिलूटेगयेबैंककीसुरक्षामेंतैनातचौकीदारड्यूटीपरक्योंनहींथा?यदिवहअवकाशपरथातोउसकीजगहपरवैकल्पिकव्यवस्थाक्योंनहींकीगईथी?जानकारीकेमुताबिककईचौकीदारअवकाशलेकरबाबाधामगयेहुएहैं।दूसरीतरफबैंकोंकीसुरक्षाव्यवस्थाकाहालदेखनेपहुंचेइससंवाददातानेबैंकआफइंडियाकीहंटरगंजशाखामेंतैनातमहिलाचौकीदारकोमुख्यद्वारपरबेसुधसोयीहालतमेंदेखा।उसीहालतमेंउसकीतस्वीरभीउतारी।