जासं,औरैया:फूलगंजबाजारस्थितमांफूलमतीदेवीमंदिरजनपदकेप्रसिद्धशक्तिपीठमेंशुमारहै।यहांपरचैत्रवशारदीयनवरात्रकेअलावापूरेवर्षभक्तपूजाअर्चनाकरनेआतेहैं।बाजारकेदुकानदारवयहांआनेजानेवालेग्रामीणमाताकेदरबारमेंमत्थाटेकनेआतेहैं।नवरात्रमेंज्यादाभीड़मांकेदरबारमेंहीहोतीहै।
करीब250वर्षपुरानादेवीमंदिरमेंमांअष्टभुजादुर्गाकाविग्रहस्थापितहै।भक्तोंनेपरिवर्तनकरइसमंदिरकोभव्यस्वरूपप्रदानकियागया।शिवपरिवारकीस्थापनाहै।
मांकेमंदिरतकपहुंचनेकेलिएशहरकेबाहरसेआनेकेलिएकईरास्तेहैं।दिबियापुररोडपरस्टैंडसेउतरकर50कदमकीदूरीपरमांकादरबारस्थापितहै।गोशालारोडहोकरभीमंदिरतकपहुंचाजासकताहै।कानपुरकीतरफसेआनेवालेभक्तोंकेलिएसुभाषचौकसेदिबियापुरबसस्टैंडपहुंचकरमंदिरतकरास्तासुगमहै।
बीचशहरवबाजारमेंस्थापितमंदिरमेंहमेशाचहलपहलरहतीहै।प्रतिष्ठानोंपरबैठकरभीदुकानदारोंकोमातारानीकेघंटोंकीगूंजसुनाईदेतीहै।यहांमत्थाटेकनेवालेहरदेवीभक्तकीमनोकामनापूर्णहोतीहै।
नौदिनतकअनवरतभागवतपाठकाआयोजनचलरहाहै।मंदिरमेंश्रद्धालुओंकोपूजाआराधनाकरनेकीपूर्णसुविधाहै।सुबहशाममांकीमहाआरतीवप्रसादकावितरणहोताहै।
-नारायणदुबे,पुजारी
श्रद्धालुकीबात:
फूलमतीदेवीमंदिरसिद्धशक्तिपीठहै।शहरकेहरबच्चे,बुजुर्ग,माताओंबहनोंकीमातारानीकेप्रतिपूर्णआस्थावश्रद्धाहै।व्यापारीमांकेदर्शनकरनेकेबादहीअपनाव्यापारशुरूकरतेहैं।दूर-दूरसेश्रद्धालुनवरात्रमेंमांकेदर्शनकेलिएआतेहैं।सालमेंदोनोंबारकीनवरात्रमेंयहांभंडारेकाभीआयोजनहोताहै।जिसमेंहजारोंभक्तप्रसादग्रहणकरतेहैं।
-अमरेशशुक्ला,भक्त