अठन्नी गोल, सिक्के का नहीं कोई मोल

बगहा।सभ्यसमाजकेलिएकलंकबनीभिक्षावृत्तिरोकनेकीसरकारीकोशिशकभीभीधरातलपरनहींदिखी।सरकारेंबदलतीरहीं,परभिखारियोंकेहालातनहींबदले।नोटबंदीकेबादसिक्केकेचलनकोलेकरफैलीअफवाहकेकारणभिक्षावृत्तिसेजुड़ेलोगोंपरमानोपहाड़टूटपड़ा।अठन्नीपहलेसेहीमार्केटसेगोलथी,अबएकरुपयेकासिक्काभीकोईनहींलेता।इसवजहसेभिखारियोंकाधंधाएकतरहसेमंदापड़गयाहै।भिखारीदाने-दानेकोमोहताजहोगयेहैं।रेलवे,बसस्टेशन,मंदिर-मस्जिद,गली-मोहल्लेवसड़कोंपरभीखमांगकरदोजूनकीरोटीकाबंदोबस्तकरतेभिखारीसरकारीयोजनाओंकीकहानीबयांकररहेहैं।भिखारियोंकोपुनर्वासवपेंशनदेनेकीयोजनाफाइलोंकेढेरमेंकहींदबगईहै।अफसरोंनेइनकीदशासुधारनेकोकोईप्रयासनहींकिया।बगहाएकप्रखंडकेकपरधिकामें35-40परिवारनिवासकरताहै।येसभीकुष्ठरोगसेग्रसितहैं।इसलिएइनकीबस्तीकोकपरधिकाकुष्ठआश्रमकेनामसेजानाजाताहै।इनकामुख्यपेशाट्रेन,बसस्टैंड,हाट-बाजारवगांव-देहातमेंभीखमांगनेकाहै।भीखसेहीइनकेघरोंमेंचूल्हेजलतेहैं।कुष्ठरोगीमोहनकाकहनाहैकिजबसेएकरुपयेकेसिक्केकाचलनबंदहुआहैं,तबसेभोजनपरभीआफतहै।

सुविधाकेनामपरसिर्फदवाएं:-

कुष्ठरोगीसीताराममहतोकाकहनाहैकिसरकारीसुविधाकेनामपरसिर्फदवाएंमिलतीहैं।दवाओंकेलिएभीअस्पतालमेंजानापड़ताहै।यहांकेकुष्ठरोगियोंमेंअधिकांशकेपासट्राईसाइकिलभीनहींहै।ऐसेमेंदवालेनेकेलिएअस्पतालजानाकठिनहोजाताहै।समयसेदवाईनहींमिलती,जिसकेकारणरोगपरभीकाबूपानामुश्किलहोगयाहै।आवासवपेंशनयोजनातोसपनाजैसीलगतीहै।30वर्षपूर्वयहांकेकुष्ठरोगियोंकेलिएसरकारकीओरसेआवासकानिर्माणकरायागयाथा।तबसेअबतकइसकीएकबारभीमरम्मतनहींहुई।सभीआवासजर्जरहोचुकेहैं।बरसातकेदिनोंमेंछतसेपानीटपकताहै।इसआवासमेंरहनेमेंडरलगताहै।आवासयोजनाकेलाभकेलिएकईबारमुखियावबीडीओकेपासगए,लेकिनसभीसिर्फआश्वासनहीदेतेहैं।

जाड़ाबीतनेकेबादमिलताकंबल:-

कुष्ठआश्रमकीइलायचीदेवीकाकहनाहैकिप्रत्येकवर्षसरकारकीओरसेयहांकेकुष्ठरोगियोंकोजाड़ेकेदिनमेंकंबलदियाजाताहै।कंबलवितरणकरनेकेलिएअधिकारीतबआतेहैं,जबजाड़ाखत्महोनेकेकगारपररहताहै।इसकेअलावाकोईभीसुविधासरकारकीओरसेनहींमिलतीहै।पहलेपंचायतसेपेंशनकीराशिभीमिलतीथी।मुखियाऔरग्रामसेवककुछकटौतीकरनगदरुपयेदेदेतेथे।लेकिन,जबसेपेंशनकीराशिखातेमेंभेजनेकीव्यवस्थालागूहुईहै,तबसेवहराशिभीनहींमिलती।क्योंकि,बैंकवालेआधारकार्डमांगतेहैं।हाथमेंरोगहोनेकेकारणआधारकार्डबनानहींहै।इसलिएबैंकमेंखाताखोलनामुश्किलहै।अधिकारीकहतेहैंकिजबतकखातानहींहोगा,तबतकपेंशनकीराशिनहींमिलेगी।नेताओंसेकईबारइसकेलिएगुहारलगाईगई,लेकिनकोईसुनवाईनहींहोतीहै।

इनसेट:-कहांचलीगईयेयोजना

भिक्षावृत्तिपररोककेलिएचलाईजारहीयोजनाकेतहतभिक्षावृत्तिमेंलगे18से60वर्षआयुकेभिखारियोंकोचिह्नितकरउन्हेंमजदूरीकेकाममेंलगायाजानाथा।बच्चोंकोस्कूलभेजकरमिड-डेमीलयोजनावअनुसूचितजाति,जनजाति,पिछड़ीवसामान्यजातिकेबच्चोंकोछात्रवृत्तिवबुजुर्गभिखारियोंकीपेंशनशुरूकरनेकीयोजनाभीथी।लेकिन,इनयोजनाओंकीजानकारीभीइन्हेंनहीहै।इनकेबच्चेभीअपनेमाता-पिताकेसाथभीखमांगतेहैं।

90रुपयेदेलेतेथे100कानोट:-

कुष्ठरोगीरामसेवकमांझीकाकहनाहैकिएकसमयथाजब90रुपयेकेखुदराकेबदले100रुपयेकानोटमिलाकरताथा।बीतेकुछदिनोंमेंव्यापारीहोयाग्राहकसभीलोगोंनेचिल्लरलेनाबंदकरदिया।आजशहरमेंचिल्लरनतोव्यापारीलेरहेऔरनहीबैंक।अठन्नी-50पैसेकेसिक्केतोअबदिखतेभीनहीहै।एकरुपयेकासिक्काकिसीकेपासहैंतोवहहमभिखारियोंकोहीदेताहै।क्योंकिबैंकवमार्केटमेंकोईव्यापारीयहसिक्कानहीलेताहै।

भिखारियोंकोगोलबंदकरनेकीमुहिम

कुष्ठरोगीभिखारीमांझी,सकलदेवशाह,राजूमुसहरकाकहनाहैकिसिक्केकाचलनबंदहोनेसेबहुतबड़ीसमस्याउत्पन्नहुईहै।इसकेलिएभिखारियोंनेएकअभियानचलारखाहै।ताकिसभीभिखारियोंकोगोलबंदकरकेइससमस्यासेनिपटनेकेलिएसमाधानकीकोशिशहै।इससमस्यासेछुटकारातभीसंभवहै,जबराजनीतिकरूपसेभिखारियोंकोसमर्थनमिले।भिखारियोंकीपीड़ाकोसुननेकेलिएकोईराजनीतिकदलआगेआएं।