संवादसहयोगी,तिर्वा:गोवंशकोठिकानादेनेकेलिएशासननेनकेलसकीतोअस्थायीगोशालामेंजमाकिएगए।कागजोंमेंगोवंशकीगिनतीहोनेकेबादबजटमिलनेलगाऔरगोवंशकोफिरसेबेसहाराछोड़दिया।इससेअफसरअनजानहैऔरकिसानपरेशानहोगए।
विकासखंडउमर्दाक्षेत्रकी90ग्रामपंचायतोंमें33अस्थायीगोशालासंचालितहैऔरइसमें1682गोवंशहैं।जबकिदोसेढ़ाईहजारगोवंशग्रामीणक्षेत्रोंसेलेकरनगरमेंबेसहाराघूमरहे।कारण,गोशालामेंइनकोभेजाजाताऔरसंचालकरातमेंगोशालाकादरवाजाखोलकरगोवंशकोछोड़देते।गोवंशकापेटभरनेकेलिएप्रतिगोवंश30रुपयाकाबजटकागजोंमेंपासहोरहाहै।हकीकतमेंगोवंशकापेटकिसानोंकीफसलोंसेभररहा।किसानोंकेपेटभरनेकेइंतजामकोगोवंशरौंदकरअपनापेटभररहेऔरगोवंशकेपेटकाचारासंचालकहजमकररहे।निरीक्षणकेसमयपकड़ेजातेगोवंश
अफसरोंकानिरीक्षणहोनेकीजानकारीपाकरसंचालकगोवंशकोखदेड़करदोबारागोशालामेंजमाकरलेते।कागजोंकेकोरमपूरेहोनेकेबादफिरसेछोड़देते।कईगोशालामेंगोवंशबीमारहैऔरभरपेटचाराभीनहींमिलरहा।सड़ककिनारेतड़परहेगोवंश
फसलोंकोबचानेकेलिएकिसानोंनेप्रतिबंधितकांटेदारतारलगारखेहैं।इनतारोंकीचपेटमेंआकरगोवंशघायलहोतेऔरतड़प-तड़पकरदमतोड़देतेहैं।इनकोइलाजभीनहींमिलता।ठठिया,चंदियापुर,मनीपुवर,बस्ता,तिवर,प्रतापपुर,टूसारवरी,बहादुरपुर,चितापुवर,नुनारी,सखौलीसमेतकईगांवमेंगोवंशघायलहालतमेंपड़ेहैं।कुछयूंकमहुएगोवंश
मईमें33गोशालामें2839गोवंशथे।जूनमें2483बचे।जुलाईमें22सौबचेऔरअगस्तमें1833गोवंश,सितंबर1765गोवंशवअक्टूबरमें1682गोवंशरहगए।
गायकोरखनेमेंदिक्कतेंनहींहोती,सांडकोबांधनामुश्किलहोता।फिरभीगायवसांडकोबांधनेकेलिएइंतजामकिएजारहे।कुछगोवंशभागगएथे।इससेकमहोतेजारहे।गोवंशकोपकड़नेकेलिएअभियानचलायाजाएगा।
सरलादेवी,बीडीओ,उमर्दा