जागरणसंवाददाता,औरैया:जलप्रकृतिकीअनमोलधरोहरहै।बिनापानीकेजीवनसंभवनहीं।इसधरोहरकोबनाएरखनेकेलिएवातावरण
केअनुकूलरहन-सहनजरूरीहै।इसधरासेजिलेकेलोगोंकोजोड़नेकाकार्यविकासखंडएरवाकटराकेप्राथमिकविद्यालयनगलावैसाकेशिक्षकहरगोविदकररहे।उन्होंनेस्कूलमेंबंजरपड़ीभूमिकोउपजाऊबनातेहुएउसे'आरोग्यवाटिका'मेंबदलदिया।करीबसातवर्षपहलेउन्होंनेइसवाटिकाकोसहेजनेकाकार्यशुरूकिया।पौधारोपणकिया।इसकेबादरात-दिनरखवालीकरतेहुएउसेवृक्षबनाया।करीबडेढ़सौफलदार,फूलदारऔरऔषधीयपौधेआजवाटिकामेंलहरारहे।यहवाटिकाकहींनकहींजलसंरक्षणमेंभीअपनायोगदानदेरहीहै।
हरितवातावरणकेसाथपानीकीएक-एकबूंदकोसहेजनेकापाठयहवाटिकालोगोंकोपढ़ारहीहै।एरवाकटराविकासखंडकेप्राथमिकविद्यालयनगलावैसमेंवर्ष2013सेतैनातसहायकशिक्षकहरगोविदजलसंरक्षणकोलेकरबेहदसजगहैं।हरगोविदनेबतायाकिवहशिक्षकसेपहलेवायुसेनामेंथे।करीब20सालउन्होंनेवायुसेनामेंतकनीकीविभागमेंकार्यरतरहे।नौकरीपूरीकरनेकेबादउन्होंनेशिक्षाकेक्षेत्रकोचुना।सेनामेंरहतेहुएउनकासपनाथाकिवहजलसंरक्षणवप्रकृतिकीधरोहरोंकोसहेजनेकेलिएकुछअलगकियाजाए।हरगोविदकाकहनाहैकिसेनामेंउनकीतैनातीरेतीलेइलाकोंमेंरही।जहांपरउन्होंनेहरमिनटपानीकेसंकटकोदेखाऔरमहसूसकियाकिइसदिशामेंयदिकुछकियानहींगयातोकुछभीअच्छानहींरहेगा।उन्होंनेविद्यालयपरिसरकीखालीपड़ीबंजरभूमिकोउपजाऊबनाया।
कुछइसतरहबचारहेपानीकीबूंद
हरगोविदनेबतायाकिपूरेपरिसरमेंबरसातीपानीभरजाताथा।नालीकेरास्तेवहनिकलताथा।पानीकीहरएकबूंदकोभूगर्भमेंपहुंचानेके
लिएउन्होंनेटुल्लूपंपकेजरियेनिष्प्रयोज्यबोरिगमेंपाइपडाला।इससेवहपरिसरमेंजमाहोनेवालेपानीकोभूगर्भतकपहुंचातेहैं।इसकाप्रभाव
जलस्तरपरभीपड़रहाहै।जोहैंडपंपस्कूलमेंलगेहैंउसमेंपानीबनारहताहै।
वाटिकामेंपौधेववृक्ष
फलदारपौधे-किन्नू,चीकू,अंगूर,सहतूत,लीची,सेव,अंजीर,अनार,आम,अमरूद,शरीफाआदि।
फूलदारपौधे-गुलाब,रुक्मिणी,रजनीगंधा,गंधसुगंध,बेला,गुड़हल,गुलदाउदी,गजेनिया,खमेलिया,अशोक,पीपल,बरगद।
औषधीयपौधे-तुलसी,अश्वगंधा,चिरायता,नागकेसर,कालमेघ,बच,सफेदमूसली,हरश्रंगार,सतावर,स्वेतार्क।