जासं,जालंधर।दिव्यज्योतिजाग्रतिसंस्थानकीओरसेबिधिपुरआश्रममेंमंगलवारकोसाप्ताहिकसत्संगकरवायागया।इसमेंआईहुईसंगतकोसंबोधितकरतेहुएसाध्वीबलजिंदरभारतीनेकहाकिआधुनिकप्रवृत्तिकेलोगोंकेलिएअध्यात्मएककठिनविषयहैक्योंकिउनकीशिक्षाभौतिकविज्ञानकेआधारपरहुईहै।वेकोरेतर्क,विश्लेषणतथाकार्य-कारणपरभरोसाकरतेहैं।इसलिएकभी-कभीआध्यात्मसेवंचितरहजातेहैं।आध्यात्मवास्तवमेंहैक्या?आइएइसेसमझनेकाप्रयासकरें।
वास्तवमेंआध्यात्महमारेसबसेनिकटमूल्योंकाआधारहै।हमारीआस्थाऔरश्रद्धाकाअधिष्ठानहै।यहजीवनकोप्रयोजनऔरअर्थदेताहै।जैसे-जैसेयहहमारेअंदरविकसितहोताहै,हमेप्रज्ञाएवंप्रेमसेभरदेताहै।हमदिव्यत्वकेप्रतिगहरेआदरसेभरजातेहैं।जबहमाराअध्यात्मज्ञानविकसितहोजाताहै,तोहमसभीप्राणियोंतथास्वयंपरमात्मासेसंयुक्तहोजातेहैं।हमाराहृदयसभीकेप्रतिदयाभावसेभरजाताहै।
दिव्यज्योतिजाग्रतिसंस्थानकेविधिपुरआश्रममेंसत्संगमेंउपस्तिथमहिलाश्रद्धालु।
अध्यात्मभौतिकजगतकेप्राणियोंसेपरेहै।ईश्वरहैक्या,इसकाकोईस्थूलप्रमाणनहींदेसकताहैलेकिनईश्वरकोकेवलअनुभवकियाजासकताहै।उसेदेखाजासकताहै।इसलिएसच्चाधर्मवहीहैजोहमारेभीतरशुद्धआध्यात्मिकताकोविकसितएवंपोषितकरे।हमेंहमारेवास्तविकलक्ष्यईश्वरकासाक्षात्कारकराए।
आध्यात्मकेअनुभवकेलिएगुरुकीआवश्यकता
हमआध्यात्मिकअनुभवरखनेवालेभौतिकप्राणीनहीं,बल्किहमआध्यात्मिकप्राणीहैं।इसलिएहमेउसआध्यात्मसेजुड़नाहोगा,जोईश्वरकेदर्शनकरवाताहै।ऐसाकरकेहीहमारालक्ष्यपूर्णहोसकताहै।इसमेंकेवलएकआवश्यकताहै।आध्यात्मकीशक्तिसेजुड़नेकेलिएआध्यात्मगुरुकीआवश्कताहोतीहै।इसप्रोग्रामकेदौरानसाध्वीहरप्रीतभारतीनेसुंदरभजनभीप्रस्तुतकिए।