लोकेशशर्मा,अलीगढ़।:ममताभलेहीसाधारणमहिलाहैं,लेकिनदूसरोंकोआत्मनिर्भरबनानेकीनीयतउन्हेंअसाधारणबनादेतीहै।वहकुशलगृहणीकेरूपमेंघरचलानेकाफर्जतोभलीभांतिनिभाहीरहीहैं,साथहीदूसरीमहिलाओंकोसंबलबनानेकाधर्मभीपूराकररहीहैं।स्वयंसहायतासमूहबनाकरममतागरीबीरेखाकेनीचेकीमहिलाओंकोस्वरोजगारदिलारहीहैं।अबतककरीबतीनहजारमहिलाओंकोअपनेपैरोंपरखड़ाकरचुकीहैं।
मडराकक्षेत्रकेगांवहाजीपुरफतेहखांकीममतादेवीनेकभीसोचानहींथाकिवहकभीदूसरोंकेलिएप्रेरणाबनेंगी।कभीमुफलिसीकीजिंदगीजीरहींममतानेअपनेजैसेहालातमेंजीवनयापनकररहींदूसरीमहिलाओंकादर्दसमझा।तबउन्होंनेराष्ट्रीयशहरीआजीविकामिशनसेजुड़करअपनीऔरअपनेजैसीदूसरीमहिलाओंकीजिंदगीसंवारनेकीठानली।
मुहिमनेपकड़ीगति
ममताबतातीहैंकिएकजनवरी,2017कोवहइसमिशनसेजुड़ीथीं।तमामदिक्कतोंसेजूझकरउन्होंनेअपनीइसमुहिमकोतेजकियाऔरसमूहबनाकरमहिलाउत्थानकेकार्योंकीशुरुआतकी।अशिक्षा,सामाजिकबुराइयोंकेसाथ-साथग्रामीणमहिलाओंकोअपनेपैरोंपरखड़ाकरनेकीदिशामेंकामशुरूकियागया,जिसकेबेहतरनतीजेआरहेहैं।
तीनहजारमहिलाओंनेलियाप्रशिक्षण
तीनहजारसेअधिकमहिलाएंप्रशिक्षणलेनेकेबादपरचूनकीदुकान,ब्यूटीपार्लर,डेयरी,कपड़ा,कॉस्मेटिकआदिरोजगारकररहीहैं।इसकेलिएउन्हेंऋणभीदिलायागया।कुछऐसीभीमहिलाएंहैं,जोस्वरोजगारनहींकरसकींतोउन्हें15,000रुपयेप्रतिमाहवेतनपरनौकरीदिलाई।
गांव-गांवजाकरप्रशिक्षण
ममताअपनीटीमकेसाथगांव-गांवजाकरमहिलाओंकोस्वावलंबीबनानेकेलिएप्रशिक्षणदेतीहैं।इसमेंछह-छहमहीनेकासिलाईवब्यूटीपार्लरकाव्यावसायिकप्रशिक्षणदियाजाताहै।इसकेअलावापर्यावरणप्रदूषण,कानूनीजागरूकतावजल-संरक्षणकेप्रतिमहिलाओंकोजागृतकरनेकाबीड़ाभीममतानेउठारखाहै।मडराक,धनीपुरब्लॉककेकईगांवमेंउनकेप्रशिक्षणकेंद्रखुलेहैं।प्रतिमादेवीनेबतायाकिममतादीदीकीमददसेऋणलेकरसालभरपहलेपरचूनकीदुकानखोलीथी,जोअबआमदनीकाजरियाबनीहुईहै।सुशीलादेवीनेबतायाकिकुछमाहपूर्वहीसमूहसेजुड़ीथी।ऋणलेकरदोभैंसखरीदींऔरदूधकाव्यवसायशुरूकिया।ऋणचुकताकरऔरभैंसखरीदनीहैं।