अंबेडकरनगर:परिवारपरसंकटआनेपरवीरांगनकीतरहअपनेपरिवारकीरक्षाकरनेवालीमहिलाएंलॉकडाउनमेंपरिवारकासहाराबनीहैं।लॉकडाउनकेचलतेरोजगारखोचुकेपरिवारकेमुखियाकासहारागृहस्वामिनीबनीहैं।राष्ट्रीयआजीविकामिशनसेजुड़ीकुशलमहिलाएंजीवनरक्षकमास्कबनापरिवारकासहाराबनरहीहैं।जिलेमें6490स्वयंसहायतासमूहसंचालितहैं।समूहकीमहिलाओंनेमईमाहतकचारलाखमास्कबनाकरकरीब20लाखकीआयकरचुकीहैं।संकटकीइसघड़ीमेंजबहरकिसीकोअपनापेटपालनेकोमशक्कतकरनीपड़रहीहै।ऐसेमेंसमूहकीमहिलाएंइसकठिनचुनौतीकोस्वीकारकररोजगारकेनएअवसरतैयारकरनेमेंजुटीहैं।विकासखंडटांडाकिअंबेडकरआजीविकास्वयंसहायतासमूहकीसमूहसखीदीपमालाबतातीहैंकिपतिजितेंद्रकुमारकारपेंटरहैं।कोरोनाकालमेंलगेलॉकडाउनमेंउनकाकामकाजपूरीतरहठपथा।राष्ट्रीयआजीविकामिशनसेमास्कतैयारकरपरिवारकीआजीविकाचलारहीहूं।एकमास्कतैयारकरनेपरसिलाईकेरूपमेंपांचरुपयेमिलतेहैं।अबतक14सौमास्कबनाचुकीहूं।जिसकाभुगतानखातेमेंआगयाहै।विकासखंडटांडाकीजयलक्ष्मीस्वंयसहायतासमूहकीज्ञानधारीबतातीहैंकिउनकेपतिमुंबईमेंकामकरतेहैं।लॉकडाउनमेंउनकाकामबंदहै।जिससेपरिवारकीजिम्मेदारीउनकेकंधोंपरआगईहै।स्वयंसहायतासमूहसे100मीटरकपड़ामिलाथा।जिससे509मास्कतैयारकरकियाहैऔरइससेमिलीआमदनीपरिवारकीजीविकाकासहाराबनीहै।
वैश्विकमहामारीमेंस्वयंसहायतासमूहकीमहिलाओंसेमास्कबनवायाजारहाहै।जिससेइसलॉकडाउनमेंमहिलाओंकोअपनेघरपरहीरोजगारमिलरहाहै।अबतककरीबचारलाखमास्कसमूहकीमहिलाओंद्वारातैयारकियाजाचुकाहै।