जागरणसंवाददाता,महोबा:चारिमाहपहिलैमेंआगैहतो,तबतैखेतनमाकामथौ,अबबसैंचलनलागीहैं,खेतवनमौकामनाहींहै,ऐसनमाफिरदिल्लीजावतहौं,बुंदेलखंडमेंरोजगारकीसमस्यावैसेभीबहुतविकरालहै।ऐसेमेंलॉकडाउनकेसमयघरोंकोलौटआएलोगफिरकामकीतलाशमेंदूसरेशहरोंकोकूचकरनेलगेहैं।पर्वहोनेकेबादइनकीभीड़वाहनोंमेंअधिकबढ़नेलगीहै।
महोबाजिलेमेंआसपासऔद्योगिकफैक्ट्रियांभीनहींहैंकिकिसान,मजदूरकोकोईकाममिलसके।ऐसेमेंशहर,कस्बा,गांवकेअधिकांशलोगदिल्ली,मुंबईमेंमजदूरीयाऔरछोटेबड़ेकामकरतेहैं।कोरोनामेंलॉकडाउनकेचलतेसबकुछठपहोनेसेघरोंकौलौटआएऐसेलोगफिरकामकीतलाशमेंलौटनेलगेहैं।फिरघरहुआसूना
आरीगांवनिवासीदीनदयालचारमाहसेघरपरथे।पत्नी,पिता,बच्चेसभीखुशथे।होलीपरजबघरआएथेतोपत्नीकोलगाथाकित्योहारबादलौटजाएंगेलेकिनकोरोनाकेकारणउनकारुकनापूरेपरिवारकेलिएमुंहमांगीमुरादमिलगईथी।परबिनाकामघरकैसेचलेगायहभीचितासतानेलगीतोहालातठीकहोतेहीउनकाबुलावाआयातोवहफिरदिल्लीजारहेहैं।वहांराजगिरीकाकामकरतेहैं।कुछऐसाहीइसीगांवकेहेमंतभीचारमाहबादअबदिल्लीलौटरहेहैंतोउनकेस्वजनउन्हेंमहोबातकछोड़नेआएथे।इसीगांवकेहरिचरणतोपहलीबारदिल्लीजारहेहैं।बेलातालकेकल्लूभीदिल्लीमेंमजदूरीकरतेहैं,वहतीनमाहसेघरपरथेअबफिरवापसलौटरहेहैं।