भागलपुर[नवनीतमिश्र]।बिहपुरप्रखंडकेअमरपुरनिवासीसंजयने50हजारकीपूंजीसेपांचकरोड़काकारोबारखड़ाकरदिया।मधुमक्खीपालनकरवेउन्नतिकीराहचढ़रहेहैं।वर्तमानमेंवहदोलाख25हजाररुपयेइनकमटैक्सजमाकररहेहैं।पारंपरिकखेतीमेंफायदाहोतानहींदेखउन्होंनेबैंकसेकर्जलेकरमधुमक्खीपालनशुरूकियाथा।अबवेकिसानोंकोमधुमक्खीपालनकोलेकरप्रोत्साहितकररहेहैं।उन्हेंप्रशिक्षणभीदेरहेहैं।अभीतकवे200सेअधिकयुवाओंकोरोजगारउपलब्धकराचुकेहैं।आजउनकीगिनतीउन्नतकिसानोंमेंहोनेलगीहै।
2010मेंशुरूकियामधुमक्खीपालन
संजयकुमार2007मेंपरंपरागतखेतीवगायपालनकेअलावाकिरानेकीदुकानचलातेथे।इससेउनकेघरकाखर्चबड़ीमुश्किलसेचलताथा।इसीबीचलीचीकेबगीचेमेंउनकीमुलाकातमुजफ्फरपुरसेआएमधुमक्खीपालकछोटूयादवसेहुई।उनसेउन्हेंंमधुमक्खीपालनसेहोनेवालेफायदाकीजानकारीमिली।इसकेबादउन्होंनेसबौरकृषिकॉलेजमेंमधुमक्खीपालनकाप्रशिक्षणलिया।पूसाकृषिविश्वविद्यालयमेंकीटविभागकेवैज्ञानिकरामाश्रृतिकेमार्गदर्शनमेंमधुमक्खीकेविकासकेबारेमेंपूरीजानकारीप्राप्तकी।शहदतैयारकरउसेसरलतासेबेचनेतककीजानकारीली।
संजयबतातेहैंकिउन्होंने2010मेंउद्यानविभागकीयोजनाप्राप्तकर50हजाररुपयेबैंकसेलेकरमधुमक्खीपालनशुरूकिया।कईजिलोंमेंजाकरजीविकासमूहवकईकंपनियोंकेबड़े-बड़ेअधिकारियोंएवंविभागोंकेलोगोंसेमिलकरशहदउत्पादनकेक्षेत्रमेंसफलताकीसीढ़ीचढ़तागया।
बतातेहैंवैज्ञानिकविधि
संजयमधुमक्खीयुक्तबक्सेकेसाथखेतोंवबगीचोंपूरीवैज्ञानिकविधिसेजानकारीभीदेतेहैं।जिन्हेंप्रशिक्षणदेतेहैं,उनसेउत्पादितशहदभीखरीदलेतेहैं,ताकिउन्हेंंबाजारमेंबेचनेकीसमस्यानरहे।इनकेप्रयोगकोदेखतेहुएराज्यसरकारनेपूरेराज्यकेमधुमक्खीपालकोंकोअनुदानपरबॉक्सउपलब्धकरानेकाजिम्मासौंपाहै।कृषिप्रौद्योगिकीप्रबंधअभिकरण(आत्मा)कीओरसेमधुमक्खीपालनवप्रसंस्करणद्वारास्वरोजगारसृजनविषयपरआयोजितप्रशिक्षणकार्यक्रममेंभीप्रशिक्षणदेतेहैं।
राज्यपालवमुख्यमंत्रीसेहोचुकेसम्मानित
गुणवत्तापूर्णशहदउत्पादनकेलिएसंजयको60सेअधिकअवार्डवसम्मानजिले,राज्यऔरराष्ट्रीयस्तरपरमिलचुकाहै।सबौरकृषिविश्वविद्यालयमेंतत्कालीनकेन्द्रीयकृषिमंत्रीराधामोहनवराज्यकेकृषिमंत्रीप्रेमकुमारकेअलावावानिकीकेक्षेत्रमेंसंजयकेद्वाराकिएजारहेप्रयासकेलिएसूबेकेसीएमनीतीशकुमारवपूर्वडिप्टीसीएमसुशीलकुमारमोदीनेसम्मानितकियाहै।
कैसेतैयारहोताहैशहद
एकबक्सेमेंपांचसेसातहजारमधुमक्खियांरहतीहै।इसमेंएकरानीमधुमक्खीऔरकुछड्रोननरमधुमक्खीववर्करमधुमक्खियांरहतीहैं।फूलकेसमयआमतौरपरजनवरीवफरवरीसेमईतकखेतोंवबगीचोंमेंबक्सेरखेजातेहैं।तीनकिमीकीरेंजमेंमधुमक्खियांफूलोंसेरसलाकरबक्सेकेछत्तेमेंभरतीहैं।एकदिनमेंरानीमधुमक्खीपंद्रहसौसेदोहजारअंडेदेतीहै।वर्करमधुमक्खियांअपनेपंखसेलाएरसकोझेलतेहुएपानीसुखातीहैऔरमधुतैयारहोताहै।संजयबतातेहैंकिलीची,केला,सरसों,वनतुलसी,धनिया,जामुन,सहजन,तार,चिकना,खेसारीकेअलावा90फीसदजिनपौधोंमेंफूलहोताहैउससेशहदप्राप्तहोताहै।