संवादसहयोगी,पोड़ैयाहाट:पोड़ैयाहाटकेलोगोंकोकाफीउम्मीदेंथीकिइसबारपोड़ैयाहाटमेंजलसंकटनहींहोगा।13करोड़कीलागतसेबनरहीजलमीनारकोलोगबड़ीहसरतकीनजरसेदेखरहेथे।सरकारीघोषणाओंकोवास्तविकजीवनसेजोड़करदेखनेलगाथाकिचलोकुछहोयानाहोसरकारनेपेयजलकीसमस्यासेतोनिजातदिलादी।जलमीनारऔरकार्यालयकोरंगबिरंगेरंगोंसेजबसजायाजारहाथाजनमानसकेसपनेभीरंगीनहोरहेथे।लेकिनफरवरीमाहसेसपनेटूटनेशुरूहोगए।यहांकेआवामकेसपनोंकोचकनाचूरहोगया।मार्चमाहबीतेकेबादजलमीनारनेएकबूंदभीपानीआपूर्तिनहींहोसकी।हालातयहहैकिग्रामीणप्रतिदिनआशादेखतेहैंकिशायदआजपानीआजाए,शायदआजपानीआजाएलेकिनसातदिनोंसेलोगोंकीआशानिराशामेंबदलगईहै।यहांतककिहोलीऐसेदिनमेंभीपानीनहींदियागया।
गर्मीकाआगाजहोतेहीपोड़ैयाहाटबाजारमेंपेयजलसंकटगहरानेलगाहै।पूराअप्रैलसेमईऔरजूनमहीनातोअभीबाकीहै।बतायाजाताहैकिचीरनदीमेंखोदागयाकुआंसूखगयाहैजिसकेकारणपानीकीआपूर्तिबंदहै।यदिकभीपानीआतीहैतोबस10मिनटसेज्यादानहींचलताहै।ग्रामीणोंकोकाफीपरेशानीउठानीपड़तीहै।
13करोड़कीलागतसेएकसालपूर्वबनीजलमीनार:13करोड़सेप्रखंडपरिसरमेंबनाजलमीनारहाथीकादांतसाबितहोरहाहै।इसजलमीनारसेपोड़ैयाहाट,द्रुपद,अमवारएवंसकरीपंचायतकेलोगोंकोजलापूर्तिकियाजानाहैलेकिनइसकीत्रासदीयहहैकिआज7दिनोंसेपानीबंदहै।ग्रामीणोंनेबतायाकिसातदिनोंसेपानीबंदपड़ाहुआहैजबइससंबंधमेंवेलोगशिकायतकरतेहैंतोबतायाजाताहैकिनदीसूखगयाहैऔरजिसकेकारणनदीमेंनिर्मितकुंआमेंपानीनहींहैऔरजबपानीआताहीनहींहैतोफिरपानीकीआपूर्तिकहांसेकियाजाए।इसकेपूर्वभीप्रतिदिनपानीनहींदियाजाताथा।
पूर्वमेंबनीजलमीनारभीबेकार:इसजलमीनारकेबननेकेपूर्व10सालपहलेहीएकजलमीनारतकरीबन15लाखकीलागतसेबनकरतैयारहुआथा।उससेहीग्रामीणोंकोपानीदियाजाताथालेकिनतबभीग्रामीणोंकीशिकायतथीकिसमानरूपसेपानीनहींमिलताहै।वहजलमीनारदोसालसेवहभीबंदहै।नतीजादोजलमीनारपोड़ैयाहाटमेंरहतेहुएभीपानीकीआपूर्तिनहींकीजातीहै।
क्याकहतेहैंग्रामीण:पोड़ैयाहाटकेविकासकुमारमोदीबतातेहैंकिफरवरीमहीनामेंहीतीन-चारदिनपर1दिनपानीदियाजाताथावोभीकाफीकम।11दिनोंसेपानीभीआपूर्तिबिल्कुलबंदपड़ाहुआहैहोलीऐसेपरमेंभीपानीनहींदियागयाहैआनेवालेसमयपोड़ैयाहाटवासियोंकेलिएकाफीकष्टप्रदहै।पीनेकापानीलोगखरीदकरपीरहेहैं।ता
गृहिणीछवितादेवीबतातीहैंकिपानीकेलिएकाफीपरेशानीकासामनाकरनापड़रहाहैजबयहांकाजलमीनारबनरहाथातोलोगोंकोउम्मीदथीकिअबपीनेकापानीकेलिएलोगोंकोपरेशाननहींहोनापड़ेगा।खासकरकेमहिलाओंकोकाफीदिक्कतहोताहैदूरसेचापाकलसेपानीलानापड़ताहै।पीनेकेपानीकोजरकिनमेंखरीदकेमंगानापड़ताहै।सरकारकोकोईउपायकरनाचाहिए।
जूहीकुमारीनेबतायाकिपोड़ैयाहाटबाजारमेंपानीकीसमस्यागंभीरहोगयाहै।जोसंभ्रांतऔरधनीलोगहैंवहअपनेघरोंमेंबोरिगकरवालिएजिसकेकारणउन्हेंयहसमस्यादिखाईनहींपड़तीहैऔरयहीकारणहैकिइससमस्याप्रतिलोगगंभीरनहींहैक्योंकिइससमस्याकाभुक्तभोगीगरीबवनीचेतबकेकेलोगहैं।
बिदुकुमारीनेबतायाकि11दिनसेएकबूंदपानीनहींआयाहैऐसेमेंपोड़ैयाहाटकेलोगोंकीसमस्याकाअंदाजालगायाजासकताहै।खासकरकेवैसेगृहिणीकाजिनकेघरमेंचापाकलनहींहैवहअपनाघरकाकामकाजकैसेचलारहीहैंयहएकविचारणीयप्रश्नहै।इसकेअतिरिक्तहोटलएवंअन्यदुकानोंमेंभीसमस्याकाफीगंभीरहोरहीहैपानीकेलिएलोगत्राहिमामकररहेहैं।सरकारकोअविलंबकोईकदमउठानाचाहिए।ताकिआनेवालेभीषणगर्मीसेपेयजलकीसमस्यासेनिजातमिलसके।
क्याकहतेहैंविभागीयपदाधिकारी:कनीयअभियंतापेयजलएवंस्वच्छताविभागकेचांदहेम्ब्रमनेबतायाकिजलस्त्रोतहीसूखगयाहैतोऐसेमेंजलमीनारसेजलापूर्तिकरनादुष्करकार्यहै।जबजलमीनारबनाथातोउससमयबतायागयाथाकिचीरनदीमेंचेकडैमबनायाजाएगाऔरउसीसेपानीआपूर्तिकीजाएगी।लेकिनचेकडैमबनानहीं।औरजोकुंआहैवहसूखचुकाहै।वरीयपदाधिकारियोंकोइसकीजानकारीदेदीगईहैसरकारकेनिर्देशकेबादहीकुछकहाजासकताहै।