पुरुषं में बल झड़ने से रकने के उपय
सरकारी कामकाज कछुआ की गति से चलते हैं। बात गड़गड़झाला की जांच से जुड़ी हो तो स्पीड और कम हो जाती है। अब राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत दिसंबर 2019 में 66 पदों पर हुई भर्ती को ही देखें। शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री सहित तमाम आला अधिकारियों तक पहुंची। एनएचएम हरियाणा निदेशक ने डीसी को जांच के आदेश दिए। डीसी ने तत्कालीन नगराधीश से जांच कराई, उन्होंने 16 अक्टूबर 2020 को जांच रिपोर्ट सौंपी जिसमें चयन प्रक्रिया को ठीक नहीं बताया था। सात दिसंबर 2020 को यह रिपोर्ट निदेशक को भेजी गई। 30 दिसंबर 2020 को निदेशक ने पदों को रद करने के आदेश दिए। हैरत यह कि नगराधीश की जांच रिपोर्ट के बाद मामले की दोबारा जांच शुरू कर दी गई है। जांच में देरी यानि, आरोपितों का बचाव करने का मौका देना जैसा है। इस केस में तो फिलहाल ऐसा ही प्रतीत हो रहा है। रेडक्रास तलाश रही अपनी जमीन