इंडय टुडे पुस्तक के लेखक कन है

वहीं, इससे पहले पी चिदंबरम कोयले की कमी और भीषण गर्मी के कारण पैदा हुए बिजली संकट को लेकर मोदी सरकार पर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि प्रचुर मात्रा में कोयला, बड़े रेल नेटवर्क, थर्मल प्लांटों में अप्रयुक्त क्षमता। फिर भी, बिजली की भारी कमी के लिए मोदी सरकार को दोषी नहीं ठहराया जा सकता है। यह कांग्रेस के 60 साल के शासन के कारण है! कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने अपने एक अन्य ट्वीट में कहा था कि सरकार ने सही समाधान खोजा है। यात्री ट्रेनों को रद्द करें और कोयले के रेल को चलाएं। फिर भी मोदी है तो मुमकिन है।