ब्लू फल्म जंगल क

अखिलेस ने कहा कि योगी सरकार ने गन्ना किसानों का अभी तक समर्थन मूल्य भी नहीं घोषित किया है जबकि गन्ना एक ऐसा उत्पाद है जिसका मूल्य निर्धारण शासन स्तर पर होता है। केवल समाजवादी सरकार ने किसानों को गन्ना के निर्धारित मूल्य में 40 रूपया बढ़ाकर दिया था। आज तो भाजपा राज में पर्ची वितरण से लेकर बकाया भुगतान तक में ऊपर से नीचे तक खेल हो रहा है। गन्ना किसान को 450 रू का न्यूनतम समर्थन मूल्य देने से बीजेपी सरकार मुंह चुरा रही है।