पशुपलन वभग उत्तर प्रदेश टल फ्र नंबर

नई दिल्ली, अनुराग मिश्र। भारत में कई ऐसी जगहें हैं, जहां लोगों को साफ पानी नसीब नहीं है। कई जगहों पर तो भूगर्भ जल और साफ पानी की स्थिति खराब ही होती जा रही है। इसी तरह, कई स्थानों पर पानी में आर्सेनिक, फ्लोराइड और लेड जैसे तत्वों की अधिकता है, जो सेहत के लिए बेहद हानिकारक हैं। इनकी वजह से कई तरह की बीमारियां हो रही हैं। समस्याएं इसलिए और बढ़ जाती हैं, क्योंकि आम आदमी इस बात को नहीं जान पाता है कि उसके पास उपलब्ध पानी में किस तरह की समस्या है। ऐसे में वह दूषित जल का उपयोग तब तक करता रहता है, जब तक कि उसे कोई तकलीफ न महसूस हो। आईआईटी कानपुर ने इसी समस्या का हल तलाशा है।