मूल क अचर बनने क वध हंद में

संबंधित मालवाहक जहाज को कस्टम अथारिटी ने क्लीयरेंस नहीं दिया है। मौजूदा समय में अधिकांश सदस्यों के अनुबंध भी खत्म हो चुके हैं। कंपनी के कूटनीतिक जरिये से कई प्रयास करने के बावजूद इस समस्या का कोई हल नहीं निकल पाया है। यह लोग जहाज पर वह एक साल से भी ज्यादा समय से हैं। इनमें से कुछ भारतीय चालक तो 15 महीने से जहाज पर हैं। इसके चलते उनकी शारीरिक ही नहीं मानसिक स्थिति भी बिगड़ने लगी है।