खलफ एक्स एक्स एक्स बएफ

जागरण संवाददाता, लोहरदगा : झारखंड के रांची में विदेशी महिला के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद लोहरदगा शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों के कई गली-मोहल्ले को सील कर दिया गया है। यह कार्य प्रशासन की ओर से नहीं बल्कि ग्रामीणों के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा किया गया है। गली-मोहल्ले में प्रवेश करने वाली सड़कों पर बैरियर लगा दिया गया है। जिससे कि दो पहिया वाहनों के भी जाने-आने की मनाही हो गई है। यह सब वैश्विक आपदा का रूप ले चुका नोवेल कोरोना वायरस से निपटने के लिए लोग कर रहे हैं। दूसरी ओर कोरोना संक्रमण की भयावहता को लेकर जो लोग लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं उनसे जुर्माना लेने की तैयारी की गई है। देशव्यापी लॉक डाउन में लोहरदगा के बाजार व्यवसाय पूरी तरह से बंद पड़ा है। प्रशासन के आदेश पर लगाए गए सब्जी दुकानों में लॉकडाउन के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रही हैं। सब्जी विक्रेता से लेकर खरीदार शारीरिक दूरी बनाए रखने के नियम का अनुपालन नहीं कर रहे हैं। इसकी सूचना मिलने पर प्रशासन त्वरित कार्रवाई की रही और सब्जी विक्रेताओं को भी चेतावनी दी जा रही है। लॉकडाउन में शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र की सड़कें पूरी तरह से वीरान नजर आ रही है। जिससे की अनुशासन और सतर्कता का पाठ भी लोग खुद से पढ़ रहे हैं। लॉकडाउन में बच्चों से घर वाले नियमों को पालन करने की बात सीख रहे हैं। छोटे-छोटे बच्चों को कहना है कि जब वे घर में रह सकते हैं तो बड़े क्यों घर से बाहर निकलकर नियमों का पालन करने से परहेज कर रहे हैं। लॉकडाउन को लेकर पुलिस प्रशासन लगातार लोगों से घरों में रहकर अपनी सुरक्षा खुद से करने की अपील कर रही है। इसे लेकर शहरी व ग्रामीण इलाकों में पुलिस के अनाउंसमेंट की आवाज गूंज रही है। लॉकडाउन में सामाजिक कार्यकर्ताओं के हाथ बढ़ने शुरू हो गए हैं। सतर्क और सजग होकर लोग सामाजिक दायित्वों का भी निर्वहन कर रहे हैं। ऐसे में कोई जरूरतमंदों को भोजन करा रहा है, तो कोई राहत कोष में राशि देकर सहायता पहुंचाने में जुटा है। दूसरी ओर लोगों की सुविधा और जरूरत को देखते हुए प्रशासन उनके घरों तक जरूरत के सामानों को भेजने का काम कर रही है। इससे प्रशासन की सजगता और लोगों की जागरूकता भी सुरक्षा का संदेश दे रही है। रोजी-रोजगार की तलाश में लोहरदगा जिले से बाहर के जिलों में गए लोग पांव-पैदल वापस लौट रहे हैं। जिनकी जांच के बाद स्वास्थ्य विभाग उन्हें होम क्वारंटाइन में रखने का काम कर रही है। इधर बुधवार को मां अंबे की पूजा में श्रद्धालु डूबे रहे। अपने-अपने घरों में हीं महाष्टमी की पूजा कर सुख-शांति का कामना किया। दुर्गा महाअष्टमी की पूजा के दौरान श्रद्धालु शारीरिक दूरी बनाकर सरकार के नियमों को पूरा करने का काम किया।