हंद फल्म फइट क्लब
माना जाता है कि मकर संक्रांति के दिन घर के बुजुर्ग रूठकर अपने घर से बाहर चले जाते हैं और किसी अपने परिचित के घर जाकर बैठ जाते हैं। बहू अपने मायके से आकर कपड़े, उपहार आदि देकर उन्हें मनाकर वापस घर लाती हैं। इसके साथ ही हर घर में स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जाते हैं। इस दौरान महिलाएं पारंपरिक गीत गाकर माहौल को सुहाना बना देती हैं। ग्रामीण आंचलों में अभी भी इसका महत्व काफी ज्यादा है। मौसम रहा सुहावना, लोगों ने उड़ाई पतंग