दुनय क सबसे महंग मबइल फन

लंका, दुर्गाकुंड, सुंदरपुर जैसे महत्वपूर्ण व पाश इलाकों के बीच बसा बजरडीहा की स्थिति दशक भर पहले जैसे थी, कमोबेश अब भी वही है। कई विधायक आए और गए, लेकिन यहां की बजबजाहट का स्थाई समाधान न कर पाए। अंबा मस्जिद के पास गली में सीवर का पानी भरा हुआ है। नई बस्ती में हाजी अब्दुल अहद के घर के पास भी सीवरलाइन चोक है। जक्खा कब्रिस्तान के आस-पास जिन लोगों का घर है, उनका भी बाहर निकलना दूभर है, क्योंकि ड्रेनेज की समुचित व्यवस्था न होने से बरसात का पानी लोगों के घरों को चारों तरफ से घेर लेता है। देव पोखरी हनुमान मंदिर, तेलियाना, सराय सुर्जन, कुड़िया, छोटी पटिया, सराय नंदन, सरैयां, खोजवां से लेकर सुंदरपुर तक की सड़कें तह-दर-तह उधड़ चुकी हैं। कहीं मलजल से तो कहीं लगातार पानी लगे रहने से बड़े-बड़े गड्ढे दुर्घटना को आमंत्रण देते हैं। स्ट्रीट लाइटें क्षेत्र में कितनी लगी हैं, इसका आंकड़ा तो मिल ही जाएगा। मगर इनमें से जलती कितनी है, यह शायद ही कोई बता पाए।