pwd office recruitment
जिला स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल सहित जिला के विभिन्न सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत डाक्टर व स्वास्थ्यकर्मी ड्यूटी रोस्टर के मुताबिक कोविड-19 संक्रमित मरीज या आइसोलेशन वार्ड में रखे गए संदिग्ध मरीजों का उपचार करते हैं। ऐसे में इन डॉक्टरों, स्टाफ नर्स एवं पारामेडिकल कर्मियों सहित सफाई कर्मियों के कोविड-19 संक्रमित होने की संभावना बनी रहती है। वहीं डॉक्टरों एवं स्वास्थ्यकर्मियों के संक्रमित होने की स्थिति में स्वास्थ्य सेवाओ प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। ऐसे में जिला में स्वास्थ्य सेवाओं को सु²ढ़ बनाए रखने के लिए यह पहल की गई है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने डॉक्टरों एवं सभी स्वास्थ्य कर्मियों व सफाई कर्मियों को आईसीएमआर के प्रोटोकाल के तहत हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन की दवा का सेवन करने का निर्देश दिया है। हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल सहित विभिन्न सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में लगभग डेढ़ सौ से अधिक संख्या में डॉक्टर कार्यरत हैं। जबकि 24 से अधिक स्टाफ नर्स, 55 एमपीडब्ल्यू ,22 लैब टेक्नीशियन , करीब डेढ़ सौ वार्ड बॉय व अन्य कर्मी, आउटसोर्सिंग के कर्मचारी एवं सफाई कर्मी करीब 2500 सहियाएं हैं। दरअसल, रांची के रिम्स के माइक्रो बॉयलॉजी डिपार्टमेंट में कोविड-19 से लैब टेक्नीशियन के संक्रमित होने के बाद स्वास्थ्य विभाग के लिए यह निर्णय लेना एहतियातन कदम के रूप में देखा जा रहा है।