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जागरण संवाददाता, सूरजपुर (मऊ) : क्षेत्र के रसूलपुर बाजार में रसूलपुरस्टेट के राजा भूवनेश्वरी प्रसाद नारायण सिंह द्वारा स्वर्गीय त्रिपुरा प्रसाद नारायण सिंह के स्मृति मे लगभग सात दशक पूर्व निर्मित नया प्राथमिक स्वास्थ्य इस समय बदहाली के दौर से गुजर रहा है। जर्जर भवन के कारण स्वास्थ्य कर्मचारी रहने से कतराते हैं । इसके चलते आमजन को इलाज के लिए दोहरीघाट तक की भागदौड़ करना पड़ता है । क्षेत्र के रसूलपुर स्टेट में 30 जून 1946 में क्षेत्र की जनता को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराया गया था। जो वर्तमान समय में क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के उदासीनता का शिकार हो गया है। वर्तमान समय में चार बेड का अस्पताल अत्यंत जर्जर हो गया है। चिकित्सक सहित अन्य कर्मचारियों के रहने हेतु अस्पताल में बना सभी आवास जर्जर हो गया हैं। इसकी चहारदीवारी लगभग तीन तरफ से गिर चुकी हैं। इसके चलते अस्पताल परिसर में गंदगी का अंबार लगा हुआ है जबकि अस्पताल में शुद्ध जल की सप्लाई हेतु पानी की टंकी लगी हैं परन्तु उसका मोटर लगभग पच्चीस वर्षों से जला पड़ा है। इंडिया मार्का हैण्डपंप खराब है। आवासीय भवन जर्जर होने के कारण प्रभारी चिकित्साधिकारी बाहर से प्रति दिन आकर आठ बजे दोपहर से दो बजे तक क्षेत्र के मरीजों को स्वास्थ्य लाभ देते है परन्तु दो बजे के बाद से अगले दिन सुबह आठ बजे तक बीमार होने पर लोगों को इलाज कराने के लिए 10 से 20 किमी दूर दोहरीघाट या बडहलगंज जाना पड़ता है। लोगों का कहना है कि नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रसूलपुर पर महिला डाक्टर, आयुर्वेद विभाग के डाक्टर की नियुक्ति सहित स्वास्थ्य सम्बंधित सभी व्यवस्थाओं को चुस्त दुरूस्त करते हुए डाक्टर, अन्य स्टाफ हेतु आवासीय भवन व पानी की टंकी, चहारदीवारी का निर्माण हो जाता तो इस पिछड़े क्षेत्र को एक बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिल जाता।